Maharashtra Political Crisis: बागी विधायक दीपक केसरकर ने उद्धव ठाकरे से की अपील, कहा- BJP के साथ बनाएं नया गठबंधन, संजय राउत को आड़े हाथों लिया गया
दीपक केसरकर ने कहा मैं पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से अनुरोध करता हूं कि वे विचार करें और भाजपा के साथ नया गठबंधन करें। केसरकर ने पत्र में आगे कहा कि यह बगावत नहीं बल्कि शिवसेना के स्विभमान की लड़ाई है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच शिवसेना के एक बागी विधायक दीपक केसरकर ने एक खुला पत्र लिखकर मामले को नया मोड़ दे दिया है। एक खुले पत्र में दीपक केसरकर ने उद्धव ठाकरे से अनुरोध किया है कि वो भाजपा से साथ नया गठबंधन करें। दीपक केसरकर ने कहा, 'मैं पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से अनुरोध करता हूं कि वे विचार करें और भाजपा के साथ नया गठबंधन करें।' केसरकर ने पत्र में आगे कहा कि यह बगावत नहीं बल्कि शिवसेना के स्विभमान की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन महराष्ट्र में लोगों द्वारा दिए गए फैसले के अनुरूप है।
पत्र में संजय राउत को आड़े-हाथों लिया गया
वहीं, केसरकर ने उद्धव ठाकरे के करीबी और राज्यसभा सासंद संजय राउत पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 'उद्धवजी को हमसे दूर करने का जघन्य अपराध किया है।' केसरकर ने आगे कहा, 'पिछले पांच दिनों से हम महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल देख रहे हैं। अचानक हम बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के शिव सैनिक खलनायक बन गए हैं। शिवसेना नेता संजय राउत को आड़े-हाथों लेते हुए पत्र में लिखा गया है कि जो हमारी वजह से राज्यसभा के लिए चुने गए, वे अब हमें हर दिन गाली दे रहे हैं, यहां तक कि अब वो हमारे शवों का इंतजार कर रहे है! और यही इस मामले की जड़ है; इसलिए हमने खुद को गुवाहाटी में तैनात करने का फैसला किया है। बता दें कि महाराष्ट्र में अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही एमवीए सरकार में कांग्रेस और राकांपा शिवसेना की सहयोगी हैं।
शिवसेना को हिंदुत्व से दुर करने की कोशिश ना करें: केसरकर
दीपक केसरकर ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संजय राउत, जिन्हें लोगों ने नहीं चुना है वो हमारी पार्टी को खत्म करने के लिए तैयार हैं। संजय राउत राकांपा के नीली आंखों वाले (खास) लड़के हैं। पत्र में कहा गया, 'आप शिवसेना को भाजपा से दूर करने में सफल हो सकते हैं लेकिन अगर आप शिवसेना को हिंदुत्व से दूर करने की कोशिश कर रहें हैं, तो आप हमसे इसे कैसे बर्दाश्त करने की उम्मीद कर सकते हैं। पत्र में आरोप लगाया गया है कि संजय राउत की सलाह पर पार्टी चलाई जा रही है। केसरकर ने कहा, 'अगर हम मर भी जाएं तो हिंदुत्व की रक्षा के लिए लड़ते हुए मरना चाहेंगे।'