राजनीतिक कार्यक्रमों से छात्रों को दूर रखने के लिए महाराष्ट्र में बन सकता है नियम
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) तथा महिला व बाल विकास राज्यमंत्री काडू ने मीडिया से कहा कि स्कूली छात्रों को राजनीतिक मुद्दों में नहीं लपेटा जाना चाहिए।
मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र के मंत्री बच्चू काडू ने मंगलवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो महाराष्ट्र सरकार स्कूलों में आयोजित होने वाले राजनीतिक कार्यक्रमों से छात्रों को दूर रखने के लिए नियम बना सकती है।
मंत्री काडू ने कहा- छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल कराने वालों पर होगी कार्रवाई
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) तथा महिला व बाल विकास राज्यमंत्री बच्चू काडू ने मीडिया से कहा, 'स्कूली छात्रों को राजनीतिक मुद्दों में नहीं लपेटा जाना चाहिए। कोई ऐसा करता है तो सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। अगर जरूरत पड़ी तो हम इसके लिए नियम बनाएंगे।'
स्कूलों को जारी नोटिस में छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रमों से दूर रखने को कहा गया
शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा था कि राज्य के सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रमों से दूर रखने को कहा गया है। भाजपा इस नोटिस की आलोचना कर रही है।
भाजपा ने स्कूली छात्रों को सीएए पर जागरूकता कार्यक्रम में शामिल किया था
उल्लेखनीय है कि 10 जनवरी को श्री दयानंद बालक, बालिका विद्यालय व जूनियर कॉलेज के बगल में स्थित सार्वजनिक मैदान में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था। स्कूल का संचालन आर्य समाज करता है। कार्यक्रम में स्थानीय भाजपा नेताओं ने कक्षा 8-10 तथा इंटरमीडिएट के छात्रों को सीएए के बारे में जानकारी दी थी। इसका उद्देश्य सीएए को लेकर फैले भ्रम को दूर करना था।
स्कूली छात्रों के सीएए जागरूकता कार्यक्रम पर सोमैया ने साधी चुप्पी
सीएए पर जागरूकता कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को शामिल किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल को पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने टाल दिया। एक टीवी चैनल के सवालों पर उन्होंने 27 बार एक ही बात कही, 'मैंने आपको जवाब दे दिया है।' सोमैया ने श्री दयानंद बालक, बालिका विद्यालय व जूनियर कॉलेज का दौरा किया। उन्होंने संस्थान की प्रबंध समिति से मुलाकात कर राज्य की शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार की तरफ से दिए गए नोटिस की आलोचना की।