Maharashtra: सोनिया- पवार और शाह- फडणवीस की बैठकों पर टिकी निगाहें, राजनीतिक गतिरोध चरम पर
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए भाजपा से नाराज शिवसेना को समर्थन देने के बारे में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन का रुख स्पष्ट कर सकते हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना में जारी खींचतान के बीच अमित शाह से मिलने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच राजनीतिक गतिविधियों के अलावा महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश के कारण प्रभावित किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है।
वहीं महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार आज नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे। वे राज्य में नई सरकार के गठन के लिए भाजपा से नाराज शिवसेना को समर्थन देने के बारे में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन का रुख स्पष्ट कर सकते हैं। शिवसेना ने 175 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विश्वास जताया कि असमंजस की स्थिति जल्द खत्म होगी और एक नई सरकार का गठन होगा। फडणवीस सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करें। वहीं, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अगर सात नवंबर तक कोई भी राजनीतिक दल सरकार बनाने का दावा करने नहीं आया तो राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी परामर्श शुरू करेंगे। उल्लेखनीय है कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है। इससे पहले राज्य में सरकार का गठन हो जाना चाहिए। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी सरकार गठन को लेकर कोई पहल नहीं हुई है। इस बार भाजपा (105), सहयोगी दल शिवसेना (56) की मिलाकर सत्तारूढ़ गठबंधन की कुल 161 सीटें आई हैं।
उद्धव ठाकरे बोले- जल्द पता चल जाएगा
उधर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि लोगों को जल्दी ही इस बात की जानकारी हो जाएगी कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में होगी. उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में असमय हुई बारिश के कारण किसानों की फसल के नुकसान के लिए राज्य सरकार की ओर से दस हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा अपर्याप्त है.
हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश: अजीत पवार
वहीं राउत के इस दावे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) विधायक दल के नेता अजीत पवार का कहना है कि उन्हें शिवसेना के पास 175 विधायकों का समर्थन होने की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। बता दें कि रविवार को संजय राउत ने कांग्रेस-राकांपा की एक बैठक के दौरान ही अजीत पवार को मोबाइल से एक संदेश भेजा था। अजीत पवार ने इसकी जानकारी मीडिया को देते हुए कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार राउत ने उनसे संपर्क किया है। अब वह उनसे फोन पर बात करेंगे। लेकिन अजीत पवार ने फिर दोहराया कि उन्हें और कांग्रेस को मिलाकर 110 सीटें मिली हैं।
जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है। सरकार बनाने का जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन को मिला है। उन्हें जल्द सरकार बनाकर राज्य की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। हालांकि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के सोमवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 24 अक्टूबर को आए नजीतों में भाजपा को 105 सीटों पर जीत मिली है जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की। 288 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, लिहाजा गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है।