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सावरकर पर शिवसेना-कांग्रेस में महाभारत, भाजपा ने कहा- सावरकर के विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सावरकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचार का नाम है जिसकी प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 09:41 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:41 PM (IST)
सावरकर पर शिवसेना-कांग्रेस में महाभारत, भाजपा ने कहा- सावरकर के विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे
सावरकर पर शिवसेना-कांग्रेस में महाभारत, भाजपा ने कहा- सावरकर के विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। वीर सावरकर को लेकर शिवसेना और कांग्रेस के बीच बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि जो लोग सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध कर रहे हैं, उन्हें दो दिन के लिए अंडमान के सेल्युलर जेल भेज दिया जाना चाहिए। तभी उनको पता चलेगा कि सावरकर ने कितना बड़ा बलिदान किया और उनका देश के प्रति क्या योगदान है।

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राउत के बयान पर कांग्रेस ने कसा तंज

राउत के बयान पर तंज कसते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि वह सेल्युलर जेल में रह चुके ऐसे स्वतंत्रता सेनानी को भारतरत्न दिया जाना पसंद करेंगे, जिसने अंग्रेजों से माफी न मांगी हो। ऐसे स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उन्होंने योगेश शुक्ल का नाम भी सुझाया है, जो सेल्युलर जेल में रहने के बाद महात्मा गांधी के साथ काम करते रहे। सावंत का कहना है कि 1911 से पहले के सावरकर अलग थे, लेकिन कांग्रेस 1923 के बाद वाले सावरकर का विरोध करती है, जब वह ब्रिटिश सरकार को माफीनामा देकर जेल से छूटे।

इतिहास की छोड़ वर्तमान मुद्दों पर बात करने की सलाह

हालांकि, महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे इतिहास की छोड़ वर्तमान के मुद्दों पर बात करने की सलाह दे रहे हैं। शनिवार को वे यह कहते भी नजर आए कि उन्हें नहीं मालूम कि राउत ने किस हैसियत से यह बयान दिया है। आदित्य का कहना है कि शिवसेना और कांग्रेस महाराष्ट्र के भले के लिए एक साथ आए हैं और सरकार अच्छी चल रही है।

शिवसेना और भाजपा दोनों ही सावरकर को भारतरत्न देने के समर्थक

बताते चलें कि शिवसेना और भाजपा दोनों ही सावरकर को भारतरत्न देने की समर्थक रही हैं। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव के बाद दोनों की राहें अलग हो चुकी हैं। अब शिवसेना अपने विचारों की धुर विरोधी कांग्रेस एवं राकांपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना चुकी है। लेकिन, कांग्रेस-शिवसेना में वैचारिक टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। माना जाता है कि ठाकरे परिवार शांति के साथ कांग्रेस, राकांपा के साथ मिलकर सरकार चलाना चाहता है। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता वैचारिक मुद्दों पर पहले से चली आ रही नीति से अलग हटने को तैयार नहीं हैं।

कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें

बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कई बार विनायक दामोदर सावरकर की देशभक्ति पर सवाल उठा चुके हैं। उनकी देखादेखी पूरी कांग्रेस सावरकर को भारतरत्न दिए जाने का विरोध करती रहती है। इससे पहले राहुल ने कहा था कि मेरा नाम राहुल गांधी है, राहुल सावरकर नहीं। इस पर राउत ने कहा था कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें।

फडणवीस बोले, सावरकर के विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सावरकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि विचार का नाम है, जिसकी प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी। आदित्य ठाकरे द्वारा अतीत को छोड़ वर्तमान के मुद्दों पर बात करने की नसीहत देने पर उन्होंने यह टिप्पणी की है। फडणवीस ने कहा कि विचार कभी भी इतिहास नहीं हो सकता। यह हमारे वर्तमान के साथ भविष्य में भी बना रहता है।


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