माफीनामा भी केजरीवाल के लिए नहीं है बहुत आसान, जेटली भी शायद न करें यूं ही माफ
केजरीवाल ने राम जेठमलानी जैसे दिग्गज वकील को भी खड़ा किया लेकिन बात बनती नहीं दिख रही है। ऐसे में माफी का रास्ता ज्यादा उचित लग रहा है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। माफी मांगकर अपनी राह आसान करने में जुटे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चाह शायद बहुत आसानी से पूरी न हो। बताते हैं कि मानहानि के ऐसे ही मुकदमे में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली तक भी माफीनामा का संदेश भेजा गया है। उन्होंने अभी स्पष्ट कुछ नहीं कहा है। इसका अर्थ यह निकाला जा रहा है कि शायद वह यूं ही माफ न करें। जेटली ने केजरीवाल पर 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा किया है।
गौरतलब है पिछले दो दिनो में केजरीवाल चार लोगों से माफी मांगकर केस खत्म करवा चुके हैं। जब आम आदमी पार्टी का राजनीतिक दांव चरम पर था तो उन्होंने कईयों के खिलाफ भ्रष्टाचार और ड्रग रैकेट जैसे कई आरोप लगाए थे। अब उन्होंने लिखित रूप में उन आरोपों को वापस लेते हुए खेद जताया है। बिक्रम सिंह मजीठिया, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल इनमें प्रमुख हैं।
सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल ने अपने खास संदेशवाहक के जरिए जेटली को भी ऐसा ही संदेश दिया कि वह लिखित रूप में माफी मांगना चाहते हैं। केजरीवाल ने जेटली पर डीडीसीए में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था जिससे भड़के जेटली ने 10 करोड़ की मानहानि का दावा ठोक दिया था। बाद में केजरीवाल के कुछ अन्य साथियों के खिलाफ भी मुकदमा किया गया था।
केजरीवाल ने राम जेठमलानी जैसे दिग्गज वकील को भी खड़ा किया लेकिन बात बनती नहीं दिख रही है। ऐसे में माफी का रास्ता ज्यादा उचित लग रहा है। लेकिन फिलहाल जेटली की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला है। अगर ऐसा हुआ तो केजरीवाल का संकट बढ़ सकता है। जेटली ने केजरीवाल पर सिविल और क्रिमिनल मानहानि का मुकदमा किया है। सिविल मामले में हर्जाना भरना पड़ता है और क्रिमिनल मे सजा होती है।