लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने बजट सत्र की पूर्वसंध्या पर सदन नेताओं की बैठक बुलाई
2019 के अगले लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा शासित एनडीए की केंद्र सरकार इस बजट को लेकर काफी जागरुक नजर आ रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सुमित्रा महाजन ने कल सदन के नेताओं की बैठक बुलाई है। संसद के बजट सत्र के पूर्व संध्या पर ये बैठक बुलाई है। बजट सत्र में इस बार ट्रिपल तलाक भी एक मुख्य मुद्दा रहेगा। बताया जा रहा है कि सरकार ने भी कल एक समान बैठक बुलाई है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष विपक्षी नेता सत्र में उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों पर अपने विचार अभिव्यक्त करेंगे।
सत्र का पहला भाग 29 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा इस दौरान सरकार अपना वित्तीय सर्वे पेश करेगी। ये 29 जनवरी को शुरु होगा जिसके बाद 1 फरवरी को आम बजट पेश होगा। लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन से की जाएगी। बजट सत्र के अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद सरकार के विकास कार्यों और लोक सशक्तिकरण के मुद्दे पर अपनी राय रखेंगे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पिछड़े और कमजोर तबके के लोगों को वे अपने भाषण में जगह देंगे।
2019 के अगले लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा शासित एनडीए की केंद्र सरकार इस बजट को लेकर काफी जागरुक नजर आ रही है। संभावना जताई जा रही है कि इस बजट में राजनीतिक पक्षों को ध्यान में रखा जाएगा।
9 फरवरी के बाद संसद फिर 5 मार्च और 6 अप्रैल को बैठक करेगी।
बता दें कि, सरकार ट्रिपल तलाक बिल को पास करने और ओबीसी आयोग की संवैधानिक स्थिति पर भी चर्चा करेगी। दोनों विधेयक भाजपा के लिए राजनीतिक महत्व रखते हैं, जो मुसलमानों के ट्रिपल तलाक के उन्मूलन के मजबूत समर्थक हैं। लोकसभा ने ट्रिपल तालाक के अभ्यास के लिए दोषी ठहराए गए मुस्लिम पुरुषों की कारावास की मांग को पारित कर दिया था, लेकिन संयुक्त विपक्षी दल ने बहुमत की कमी के कारण इसे राज्यसभा में स्थगित कर दिया था। भाजपा को ओबीसी आयोग को संवैधानिक स्थिति के अनुसार पिछड़े वर्गों में अपना समर्थन मजबूत करने की उम्मीद है, जो इसे और अधिक शक्तिशाली बना देगा।
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