मानसून सत्र: पप्पू यादव को हंगामे पर लगी स्पीकर की फटकार, सदन से बाहर निकाले गए
सुमित्रा महाजन ने पप्पू से कहा कि आपका बर्ताव बहुत बुरा था। ऐसा बर्ताव दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, जेएनएन। संसद में चल रहे मानसून सत्र के दूसरे दिन उस वक्त जमकर हंगामा देखने को मिला, जब जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार के विशेष राज्य की मांग को लेकर ट्रेजरी बेंच की ओर पेपर उछाल दिए। उनकी इस हरकत पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने काफी नाराजगी जताई और उन्हें सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। सुमित्रा महाजन ने पप्पू यादव से कहा 'संसद में चुनकर आने वाले सांसदों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। आपका बर्ताव बहुत बुरा था। ऐसा बर्ताव दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए।' सुमित्रा ने पप्पू यादव से अपने बर्ताव पर माफी मांगने को कहा।
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि लोकसभा में प्रश्नकाल चल रहा था, उसी दौरान पप्पू यादव ने नारेबाजी शुरु कर दी। उन्होंने अप्रेन पहन रखा था, जिस पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के नारे लिखे थे। उनमें एक नारा लिखा गया था- 'याचना नहीं, रण होगा।'
पप्यू यादव की इस हरकत पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आपत्ति दर्ज कराई, जिसे लेकर दोनों के बीच नोंकझोंक हुई। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अनंत कुमार पप्पू यादव को समझाकर वापस अपनी सीट पर भेजने में कामयाब रहे। पप्पू यादव ने अपने माफीनामे में कहा कि वो ऐसा करके अपने राज्य बिहार की चिंताओं से सभी को अवगत कराना चाहते थे। उन्होंने बताया कि बिहार के 11 करोड़ लोग सूखे और बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में उनकी ओर से बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग की जा रही है।