लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दो संसदीय समितियों के अध्यक्षों को बदला
विनोद सोनकर वीरेंद्र कुमार सुनील कुमार सिंह और राजेंद्र अग्रवाल आगे भी आचार आवेदन विशेषाधिकार और सरकारी आश्वासन संबंधी स्थायी समितियों की अध्यक्षता करते रहेंगे। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू सदन की कार्यवाही से सदस्यों की अनुपस्थिति संबंधी समिति के अध्यक्ष बने रहेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बसपा सांसद रितेश पांडेय को उनकी ही पार्टी के श्याम सिंह यादव के स्थान पर सभा पटल पर रखे गए पत्र संबंधी संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया है। इसी तरह वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वल्लभानेनी बालाशौरी को अधीनस्थ विधान पर संसदीय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपनी पार्टी के रघुराम कृष्ण राजू का स्थान लिया है। राजू पिछले कुछ समय से पार्टी के रुख से इतर जाकर कुछ मुद्दे उठा रहे थे और माना जा रहा है कि वाईएसआर कांग्रेस के नेतृत्व से उनकी दूरी हो गई है।
इसके अलावा दूसरी समितियों के अध्यक्ष में कोई बदलाव नहीं हुआ है। विनोद सोनकर, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार सिंह और राजेंद्र अग्रवाल आगे भी आचार, आवेदन, विशेषाधिकार और सरकारी आश्वासन संबंधी स्थायी समितियों की अध्यक्षता करते रहेंगे। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू सदन की कार्यवाही से सदस्यों की अनुपस्थिति संबंधी समिति के अध्यक्ष बने रहेंगे।
'संसद की नई इमारत बनने से नहीं टूटेंगे दूसरे भवन'
इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद के नए भवन को लेकर बयान दिया था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने साफ किया है कि मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों की उनसे कोई शिकायत नहीं रही। सत्र के आखिरी दिन सदन का बहिष्कार विपक्षी पार्टियों ने अपने राजनीतिक वजहों से किया। स्पीकर ने यह भी कहा कि नये संसद भवन के लिए मौजूदा संसद परिसर का प्लाट ही पर्याप्त है। इसीलिए अब रेल भवन और परिहवन भवन जैसे बिल्डिंग इसके लिए तोड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
मानसून सत्र की कोविड के कारण समय से पूर्व हुई समाप्ति के बाद स्पीकर ओम बिरला ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही। कृषि विधेयकों को पारित कराने के दौरान राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश के साथ विपक्षी दलों के हुए विवाद के मद्देनजर स्पीकर ने विपक्षी दलों के सत्र बहिष्कार को लेकर अपनी तरफ से तस्वीर साफ की।