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संसद में अब नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल, लोकसभा सचिवालय ने लगाई तत्काल रोक

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 08:37 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 08:56 PM (IST)
संसद में अब नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल, लोकसभा सचिवालय ने लगाई तत्काल रोक
संसद में अब नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल, लोकसभा सचिवालय ने लगाई तत्काल रोक

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की पहल पर एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक के खिलाफ चौतरफा अभियान शुरू हो गया है। संसद भवन परिसर भी अब इससे मुक्त होगा। लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को संसद भवन परिसर को प्लास्टिक की बोतलों और एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ रेलवे और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है।

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एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को लेकर यह सक्रियता उस समय से बढ़ी हुई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में इसके इस्तेमाल को पूरी तरह से बंद करने का सुझाव दिया था। साथ ही इसे लेकर दो अक्टूबर को देश भर में अभियान चलाने की भी घोषणा की थी। हालांकि, इससे पहले ही संसद से लेकर सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों में इसे लेकर हलचल बढ़ी हुई है।

पर्यावरण के अनुकूल सामान का होगा इस्तेमाल
लोकसभा सचिवालय ने इसे लेकर जारी निर्देश में संसद भवन में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्लास्टिक के सामान के बजाय पर्यावरण के अनुकूल थैलों या सामान का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इससे पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों में एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। देश भर में ऐसे करीब दो हजार स्कूल है।इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने देश भर के दूसरे शैक्षणिक संस्थानों से इसके इस्तेमाल पर रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है।

दो अक्टूबर से रेलवे भी लगाएगा रोक
वहीं रेल मंत्रालय ने भी एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है। इसके तहत दो अक्टूबर से रेलवे स्टेशन सहित समूचे रेलवे में इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक रहेगी। हालांकि इसके अलावा प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल जारी रहेगा, लेकिन अब यह जगह-जगह फेंकी नहीं जाएगी, बल्कि यात्रियों से लेकर इसका संग्रह किया जाएगा। इसका जिम्मा भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम ( आईआरसीटीसी) को सौंपा गया है। इसके साथ ही प्लास्टिक की बोतलों को नष्ट करने की भी प्रत्येक स्टेशन पर व्यवस्था की जाएगी। मौजूदा समय में देश के 170 रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक की बोतलों को नष्ट करने की व्यवस्था है।


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