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राम मंदिर चंदा अभियान पर बयान देकर घिरे कुमारस्वामी व सिद्धारमैया, चंपत राय ने लगाया राजनीति करने का आरोप

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि कुछ नेता इस मामले में राजनीति कर रहे हैं। पेजावर मठ के स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ ने भी आरोपों की निंदा करते हुए सुबूत पेश करने की चुनौती दी है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Wed, 17 Feb 2021 08:01 PM (IST)Updated: Wed, 17 Feb 2021 08:01 PM (IST)
राम मंदिर चंदा अभियान पर बयान देकर घिरे कुमारस्वामी व सिद्धारमैया, चंपत राय ने लगाया राजनीति करने का आरोप
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कुमारस्वामी की फाइल फोटो

नई दिल्ली, एजेंसियां। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जुटाए जा रहे चंदा (समर्पण निधि अभियान) को लेकर कर्नाटक के दो पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और सिद्धारमैया अपने बयानों को लेकर घिर गए हैं। इन दोनों नेताओं ने चंदा जुटाने में पारदर्शिता नहीं बरते जाने का आरोप लगाया है। उनके आरोपों पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि कुछ नेता इस मामले में राजनीति कर रहे हैं। पेजावर मठ के स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ ने भी आरोपों की निंदा करते हुए सुबूत पेश करने की चुनौती दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विहिप ने भी निंदा की है।

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कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि चंदा जुटाने में लगे वालंटियर चंदा देने वाले और नहीं देने वाले लोगों के घरों को चिह्नित कर रहे हैं। उन्हें नहीं मालूम कि घरों की मार्किग क्यों की जा रही है.. संघ वही कर रहा है, जो नाजियों ने जर्मनी में किया था। वहीं, सिद्धारमैया ने कहा कि वह अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए चंदा नहीं देंगे, क्योंकि मामला भले ही निपट गया हो, लेकिन विवाद हमेशा बना रहेगा।

इन नेताओं के बयानों पर राय ने कहा कि उन्हें इन संकीर्ण मानसिकता वाले नेताओं के प्रति सहानुभूति है। यदि आपको चंदा नहीं देना है तो मत दीजिए, आपको कौन परेशान कर रहा है। बयानबाजी करने की क्या जरूरत है? वे सिर्फ प्रचार पाना चाहते हैं।

इन नेताओं के बयान प्रतिक्रिया देने के लायक नहीं

कर्नाटक में विहिप के संगठन सचिव बसवराज ने भी कुमारस्वामी के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि हम तो लोगों तक इसलिए पहुंच रहे हैं ताकि पूरा देश इस अभियान में हिस्सा ले सके, क्योंकि हर कोई यह मानता है कि भगवान राम भारत की पहचान हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने तो इन नेताओं के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनके बयान प्रतिक्रिया देने लायक नहीं हैं।

दूसरी ओर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को शिवमोगा में एक जनसभा में कहा कि किसी को चंदा देने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। कुछ लोग दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी कर रहे हैं।


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