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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोले और इस दौरान उन्होंने कई अहम मुद्दे देश के सामने रखे और उन पर बात की।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 12:51 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 02:10 PM (IST)
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें

नई दिल्ली, एएनआइ। संसद के बजट सत्र के छठे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में बोले। इस दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने एक नए भारत के लिए दृष्टिकोण पर अपने अभिभाषण पर प्रकाश डाला, इसके साथ ही उन्होंने नए भारत, श्रेष्ठ भारत के सपने के साथ ही विरोधियों को भी निशाने पर लिया। आइए जानते हैं पीएम मोदी के लोकसभा में दिए गए भाषण की दस बड़ी बातें..

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1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के संदर्भ में कहा कि राष्ट्रपति ने एक नए भारत के लिए दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला है। उनका संबोधन ऐसे समय आता है जब हम सदी के तीसरे दशक में प्रवेश करते हैं। राष्ट्रपति का अभिभाषण आशा की भावना पैदा करता है और भविष्य में देश को आगे ले जाने के लिए एक रोडमैप प्रस्तुत करता है।

2. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि माननीय राष्ट्रपति जी ने न्यू इंडिया का विजन अपने अभिभाषण में प्रस्तुत किया है। 21वीं सदी के तीसरे दशक का माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा व प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है।

3. पीएम मोदी ने आगे विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि एक स्वर ये उठा है कि सरकार को सारे कामों की जल्दी क्यों है? हम सारे काम एक साथ क्यों कर रहे हैं? सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जी ने अपनी कविता में लिखा है कि लीक पर वे चलें, जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं।

4. पीएम मोदी ने अनुच्छेद-370 को लेकर विरोधियों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती।

5. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कांग्रेस के अधीर रंजन को लेकर तंज कसा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं अधीर रंजन चौधरी जी को देखता और सुनता हूं, तो मैं किरन रिजिजू जी को बधाई देता हूं, अधीर जी, रिजिजू जी द्वारा शुरू किए गए 'फिट इंडिया मूवमेंट' को बहुत अच्छी तरह से बढ़ावा देते हैं। वह अपने भाषण देते समय जिमिंग भी करते हैं।

6. पूर्वोत्तर क्षेत्र की उपेक्षा पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सालों से पूर्वोत्तर क्षेत्र की उपेक्षा करने का एक कारण बन गई। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। पूर्वोत्तर विकास का इंजन बन रहा है। वहां इतने सारे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया गया है। मंत्री और अधिकारी नियमित रूप से इस क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।

7.  पीएम  मोदी ने लोकसभा में कहा कि बोडो जनजाति की चर्चा में कहा कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ।लेकिन पहले जो कुछ भी हुआ, राजनीति के तराजू से तौलकर किया, जो भी किया आधे-अधूरे मन से किया गया।पहले समझौते तो हुए, फोटो भी छप गई, लेकिन कागज पर किये समझौते से बोड़ो जनजाति के लोगों का भला नहीं हुआ

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस बार के बोडो समझौते में सभी हथियारी ग्रुप साथ आए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात इसके समझौते में लिखा है कि इसके बाद बोडो की कोई मांग बाकी नहीं रही है।आज नई सुबह भी आई है, नया सवेरा भी आया है, नया उजाला भी आया है।

8. किसानों को लेकर पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि भारत के राष्ट्रपति ने कृषि और किसान कल्याण के बारे में विस्तार से बात की है। उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का मुद्दा दशकों से लंबित था। हमें लंबे समय से चली आ रही इस मांग को हल करने का सौभाग्य मिला।यही बात फसल बीमा और सिंचाई से जुड़ी योजनाओं पर भी लागू होती है।

पीएम ने आगे कहा कि राजनीति से प्रेरित कुछ राज्य किसानों को पीएम-किसान योजना से लाभान्वित नहीं होने दे रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं, कृपया कृषक कल्याण में कोई राजनीति न करें। भारत के किसानों की समृद्धि के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।

9. अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि हमने राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखा है। महंगाई भी जांच के दायरे में है और थोड़ी आर्थिक स्थिरता है। निवेशकों का भरोसा बढ़नाचाहिए, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होनी चाहिए, इसके लिए हमने कई कदम भी उठाए हैं।

10. संसद में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के उस बयान का जवाब दिया जिसमें राहुल ने कहा था कि 6 महीने बाद इस देश के युवा पीएम मोदी को डंडा मारेंगे। इस पर पीएम मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि 6 महीने में सूर्य नमस्कार कर वह अपनी पीठ मजबूत कर लेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने कांग्रेस के एक नेता का कल वक्तव्य सुना कि 6 महीने में मोदी को डंडे मारेंगे। ये काम थोड़ा कठिन है, तो तैयारी में 6 महीने लगते ही हैं। मैंने भी तय किया है कि 6 महीने में सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो, 6 महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिले।

11. लोकसभा में आगे बोलते हुए प्रधानमंत्री बोले कि देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इन्फ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है।जितना ज्यादा बल हम इन्फ्रास्ट्रक्चर को देते हैं, वो अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देता है।इसलिए हम इन्फ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं।

12. लोकसभा में पीएम मोदी ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान बचाने की बात की गई है। मैं सहमत हूं कांग्रेस को एक दिन में 100 बार यह कहना चाहिए। शायद उन्हें अपनी पिछली गलतियों का अहसास होगा। क्या आप आपातकाल के दौरान इस नारे को भूल गए थे? जब राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था? जब कैबिनेट के प्रस्तावों को फाड़ दिया गया था? कौन राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) के माध्यम से 'रिमोट कंट्रोल गवर्नेंस' लाया, जिसकी प्रधान मंत्री और पीएम कार्यालय की स्थिति से बड़ी भूमिका थी।

13. पीएम ने लोकसभा में कहा कि संविधान की वकालत के नाम पर दिल्ली और देश में क्या क्या हो रहा है, वो देश देख  भी रहा है, समझ भी रहा है और देश की चुप्पी भी कभी न कभी रंग तो लाएगी ही।

14. पीएम मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में बहुत कुछ कहा गया है। विडंबना ये है कि ये बाते ऐसे लोगों की ओर से आई हैं जो भारत के टुकडे टुकडे ’के चाहने वालों के समूह के साथ फोटो खिंचवाने वाले लोग हैं।

15. कश्मीर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर भारत का मुकुटमणि है। कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और अलगाववाद की बना दी गई थी।19 जनवरी 1990 की वो काली रात को कुछ लोगों ने कश्मीर की पहचान को दफना दिया था।कश्मीर की पहचान सूफी परंपरा और सर्व पंथ समभाव की है।


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