किंग विलेम ने कहा- भारत और नीदरलैंड एक-दूसरे के पूरक, आठ क्षेत्रों में संयुक्त उपक्रमों की घोषणा
भारत और नीदरलैंड की 400 साल पुरानी साझा सांस्कृतिक विरासत के उपलक्ष्य में मुंबई में एक विशेष प्रदर्शनी देखने के लिए शाही जोड़ा जाएगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। नीदरलैंड के राजा विलेम एलिक्जेंडर ने मंगलवार को कहा कि भारत और नीदरलैंड एक-दूसरे के पूरक हैं। साथ ही दोनों देशों में तकनीकी और नई खोज के क्षेत्र में एक-दूसरे को मजबूत बनाने का सामर्थ्य रखते हैं। दोनों देशों ने कानपुर-उन्नाव के चमड़ा उद्योग में पानी के उचित उपयोग और प्रदूषण से बचाव समेत आठ संयुक्त उपक्रमों की घोषणा की है।
नीदरलैंड को कृषि क्षेत्र में है गहन जानकारी
भारत-नीदरलैंड के तकनीकी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मंगलवार को किंग एलिक्जेंडर ने कहा कि खोज और अनुसंधान के क्षेत्र में दोनों देश पिछले दस सालों से सहयोग कर रहे हैं। नीदरलैंड को कृषि क्षेत्र, जल और पर्यावरण को लेकर उठाए जाने वाले कदमों की दिशा में गहन जानकारी है। इसके जरिए भारत बाढ़ और सूखे जैसी अपनी कुछ समस्याओं का समाधान कर सकता है। इसके अलावा, दोनों देश सरकारी व निजी साझेदारी के जरिए भी अपने अनुभव और रुख साझा कर सकता है। दोनों देश एक-दूसरे के पूरक हैं और एक-साथ बहुत अच्छी टीम हैं।
दोनों देशों के बीच कुल आठ क्षेत्रों में संयुक्त उपक्रमों की घोषणा
दोनों देशों के बीच घोषित कुल आठ संयुक्त उपक्रमों में विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सम्मेलन करने के अलावा कचरे से उपयोग सामान बनाने की परियोजनाएं भी शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त कानपुर-उन्नाव स्थित चमड़ा उद्योग से होने वाले प्रदूषण को रोकने के उपाय किए जाएंगे। साथ ही यहां इस औद्योगिक क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले गंगा नदी के पानी के प्रभावशाली उपयोग पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
नाले के गंदे पानी को यमुना में गिरने से पहले ट्रीट किया जाएगा
किंग एलेक्जेंडर ने सोमवार को इंडो-डच लैबोरेट्री में जाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि यहां बारापुला नाले के गंदे पानी को यमुना में गिरने से पहले ट्रीट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के विशेषज्ञों को नाले को साफ करने में सफलता मिली है। वह इस पानी को दोबारा उपयोग में लाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
दोनों देशों को मिलकर गरीबी, भूख, रोजगार सृजन पर काम करना चाहिए
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने दोनों देशों के साझा विरासतों और आम विश्वासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को वैश्विक मुद्दों जैसे-गरीबी, भूख, रोजगार सृजन, ऊर्जा सुरक्षा, मानवाधिकार और लैंगिक समानता की दिशा में मिलकर काम करना चाहिए।
सफदरजंग मकबरे पर गए डच राजा-रानी
नीदरलैंड के राजा विलेम-एलिक्जेंडर और उनकी रानी मैक्जिमा दिल्ली के सफदरजंग मकबरे को देखने गए। 18वीं सदी के इस स्मारक पर उन्होंने डच विश्वविद्यालयों से पढ़कर लौटे करीब 50 लोगों से मुलाकात की।
मुंबई में प्रदर्शनी देखेगा शाही जोड़ा
भारत और नीदरलैंड की 400 साल पुरानी साझा सांस्कृतिक विरासत के उपलक्ष्य में मुंबई में बुधवार को एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसे देखने के लिए यह शाही जोड़ा जाएगा। यहां डच चित्रकार रेमब्रंट के चित्रों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है।