Kerala Gold Smuggling Case: राज्य मंत्री केटी जेलेल के इस्तीफे को लेकर BJP का हंगामा, पुलिस ने छोड़ी टीयर-गैस
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
तिरुवनंतपुरम, एएनआइ। राज्य में इस समय सोने की तस्करी का मामला सबसे बड़ा है। इसको लेकर भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने तिरुवनंतपुरम में आज विरोध प्रदर्शन किया और सोने की तस्करी के मामले में राज्य मंत्री केटी जेलेल की कथित संलिप्तता को लेकर उनकी इस्तीफे की मांग पर अड़ गए। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को समझाया, लेकिन प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। बता दें कि सोना तस्करी मामले में केरल के मंत्री केटी जलील से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दो घंटे तक पूछताछ की थी।
ईडी के मुताबिक, यह कदम मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत उठाया गया है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अब तक 1.84 करोड़ की चल एवं अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। ध्यान रहे सोने की तस्करी को लेकर राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आइएएस अधिकारी एम. शिवशंकर का मामले में नाम आने के बाद मुख्यमंत्री को उन्हें पद से हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं, गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट पर मामले की जांच एनआइए को सौंप दी है।
क्या है पूरा मामला
पांच जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आया एक डिप्लोमेटिक (राजनयिक) सामान पकड़ा। विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई वाणिज्य दूतावास के अफसरों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें घरेलू इस्तेमाल की कई चीजों में भरा हुआ 30 किलो सोना मिला।
अपने आप को वाणिज्य दूतावास का कर्मचारी बताकर सोने को लेने आए व्यक्ति सरित कुमार को कस्टम विभाग ने पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया है। सरित ने बताया कि वो लगभग एक साल पहले तक वाणिज्य दूतावास में बतौर जनसंपर्क अधिकारी काम करता था, लेकिन अब वह दूतावास का कर्मचारी नहीं है। वह दुबई में भी काम कर चुका है।
सरित लगभग एक साल से हवाईअड्डे से इस तरह का सामान ले जा रहा था। सरित ने बाद में विभाग को बताया कि उसकी एक सहयोगी केरल सरकार केआइटी विभाग की एक कर्मचारी है, जिसका नाम स्वप्ना सुरेश है। सुरेश से पूछताछ करने के लिए जब विभाग हरकत में आया तो पता चला कि वो सामान खोले जाने के एक दिन पहले से लापता है।
कौन है स्वप्ना सुरेश
स्वप्ना का पूरा रिकॉर्ड सामने आने के बाद पता चला कि वो भी पहले यूएई के वाणिज्य दूतावास में एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी के पद पर काम करती थी। वहां उसका कई बड़ी हस्तियों के साथ उठना बैठना रहा। 2019 में किन्हीं कारणों की वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया। बाद उसे किसी तरह से केरल सरकार के आइटी विभाग के एक उपक्रम में नौकरी मिल गई। यह विभाग खुद मुख्यमंत्री विजयन संभालते हैं और स्वप्ना की नियुक्ति के समय उनके प्रधान सचिव एम. शिवशंकर इस उपक्रम के अध्यक्ष थे।