केरल के वित्तमंत्री थॉमस इसाक बोले- CAG ऑडिट के बहाने KIIFB को बदनाम करने की कोशिश
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने आज विधानसभा में कहा कि केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (केआइआइएफबी) की ऑडिट पहले भी हुए थे। सरकार किसी भी ऑडिटिंग के खिलाफ नहीं है लेकिन सीएजी जैसी संवैधानिक संस्था को केआइआइएफबी को बदनाम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। केरल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट फंड बोर्ड (KIIFB) में वित्तिय अनियमितता का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (CAG) के हस्तक्षेप को देखते हुए केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने आज विधानसभा में कहा कि केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (केआइआइएफबी) की ऑडिट पहले भी हुए थे। सरकार किसी भी ऑडिटिंग के खिलाफ नहीं है, लेकिन सीएजी जैसी संवैधानिक संस्था को केआइआइएफबी को बदनाम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इस बार, कैग ने गलत इरादे से काम किया। उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे है कि केआइआइएफबी की फंडिंग से राज्य विकास की कोशिश कर रहा है।
केरल विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सवालों के जवाब देते हुए, वित्त मंत्री ने यह बात कही। इसके अलावा, उन्होंने केआइआइएफबी के दूसरे चरण को खारिज कर दिया और कहा कि अब सरकार का ध्यान परियोजनाओ को समय पर पूरा करने पर है। कुछ परियोजनाओं में देरी हो रही, जिनकों भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता है। कुछ परियोजनाओं का विभिन्न चरणों में काम जारी है और कुछ पहले ही पूरी हो चुकी हैं। हम है कि सभी परियोजनाएं एक साल के अंदर काम करने की अवस्था में होंगी। ट्रेजरी धोखाधड़ी को लेकर एक प्रश्न पर, उन्होंने कहा कि केरल में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा प्रबंधित सबसे अच्छे सॉफ़्टवेयर में से एक है। लेकिन हम बाहरी एजेंसी द्वारा सुरक्षा ऑडिट करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने गरीबों के लिए आवास योजना लाइफ मिशन प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार को लेकर केरल विधानसभा से वॉकआउट कर दिया।
बता दें कि इससे पहले केरल विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंगलवार काफी हंगामा हुआ। सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) और विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के बीच जमकर बहसबाजी हुई। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने गरीबों के लिए आवास योजना लाइफ मिशन प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार को लेकर केरल विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। बता दें कि इससे पहले केरल विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंगलवार काफी हंगामा हुआ। सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) और विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के बीच जमकर बहसबाजी हुई। वाम विधायकों ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से विपक्षी विधायकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर कई सवाल उठाए।
यूडीएफ के विधायकों पर निशाना साधते हुए सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने एक के बाद एक सवाल उठाए। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विपक्षी विधायकों के खिलाफ विभिन्न मामलों जांच की स्थिति के बारे में जवाब दिया। इसके बाद विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला ने हस्तक्षेप करते हुए आरोप लगाया कि यह यूडीएफ विधायकों के खिलाफ सवाल उठाने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी का मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक हथकंडा है।