करुणानिधि ने अपना आलीशान घर गरीबों के अस्पताल के लिए कर दिया था दान
द्रविड़ राजनीति के आधार स्तंभ द्रमुक के प्रमुख नेता एम करुणानिधि का 7 अगस्त 2018 को निधन हो गया। वह 94 साल के थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। एम करुणानिधि एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। होश संभालते ही वह सामाजिक कार्यों में जुट गए थे। करुणानिधि 14 साल की उम्र में ही सियासत की तरफ झुक गए थे और एक संगठन बनाकर सामाजिक कार्यों को अंजाम देने लगे थे। यही वजह थी कि उन्होंने गोपालपुरम स्थित अपना घर भी अस्ताल बनाने के लिए दान कर दिया था।
करुणानिधि का चेन्नई के पॉश इलाके गोपालपुरम में घर है, जहां अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा गया। उन्होंने अपना घर 2010 में गरीब जनता के लिए अस्पताल बनाने के वास्ते दान में दे दिया था। अपने 86वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उन्होंने अपने और अपनी पत्नी के जीवन के बाद अपने घर को अन्नई अंजुगम ट्रस्ट (अपनी नाम के नाम) को अस्पताल चलाने के लिए दान दिया था। अब उनके घर के स्थान पर एक अस्पताल बनेगा।
घर की जगह अस्पताल बनाने की सहमति करुणानिधि के बच्चों ने भी दे दी थी। करुणानिधि ने घर दान करते समय कहा था कि अस्पताल का नाम 'कलैग्नार करुणानिधि अस्पताल' रखा जाए। बता दें कि वर्ष 1968 में उन्होंने यह घर अपने बेटों अलागिरी, स्टालिन और तमिलरासू के नाम रजिस्टर कराया था। बेटों की सहमति मिलने के बाद 2009 में उन्होंने इसे ट्रस्ट को दान कर दिया था।
द्रविड़ राजनीति के आधार स्तंभ द्रमुक के प्रमुख नेता एम. करुणानिधि का 7 अगस्त 2018 को निधन हो गया। वह 94 साल के थे। करुणानिधि का जन्म 3 जून 1924 को तिरुक्कुभलइ में हुआ था। तमिलनाडु की राजनीति के सबसे करिश्माई नेताओं में गिने जाने वाले करुणानिधि पांच बार मुख्यमंत्री रहे। 13 बार विधानसभा सदस्य रहे करणानिधि के नाम हर चुनाव में अपनी सीट न हारने का रिकॉर्ड भी रहा।