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कर्नाटक का सियासी ड्रामा: असंतुष्टों को मनाने में जुटी कांग्रेस, कल बुलाई विधायक दल की बैठक

कर्नाटक में मची सियासी खींचतान के बीच कांग्रेस ने 18 जनवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बीच कांग्रेस असंतुष्टों को मनाने में जुटी है।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 08:48 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:21 AM (IST)
कर्नाटक का सियासी ड्रामा: असंतुष्टों को मनाने में जुटी कांग्रेस, कल बुलाई विधायक दल की बैठक
कर्नाटक का सियासी ड्रामा: असंतुष्टों को मनाने में जुटी कांग्रेस, कल बुलाई विधायक दल की बैठक

बेंगलुरु, प्रेट्र। karnataka Poaching Row, कर्नाटक में मची सियासी खींचतान के बीच कांग्रेस ने 18 जनवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने सीएलपी बैठक में शामिल होने के लिए सभी विधायकों को निर्देश दिए हैं। साथ ही, चेतावनी देते हुए कहा है कि जो बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे, उसके खिलाफ दलबदल कानून का इस्तेमाल किया जाएगा। यह माना जाएगा कि सदस्य ने खुद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ने का फैसला किया है।

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कांग्रेस विधायक दल की बैठक कल
इस बीच कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन में साझीदार कांग्रेस ने बुधवार को भी अपने असंतुष्टों को मनाने का प्रयास जारी रखा। इस कवायद के तहत शुक्रवार को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। बताते हैं कि असंतुष्टों की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस के कुछ मंत्री अपना पद छोड़ सकते हैं। 18 जनवरी को दोपहर 3.30 बजे राज्य सचिवालय में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दारमैया बैठक करेंगे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, कुछ पार्टी विधायक मंत्री पद से इस्तीफा देकर गठबंधन को बचाना चाहते हैं। पार्टी नेतृत्व भी इस विकल्प पर विचार कर रहा है।इस बीच मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने फिर कहा है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। भाजपा ही उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।

सारे विधायक एकजुट : कांग्रेस
दरअसल, ऐसी खबरें थीं कि रमेश जरकिहोली के नेतृत्व में कुछ कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा से हाथ मिलाने और कुमारस्वामी सरकार गिराने की योजना बना रहे हैं। जरकिहोली को पिछले महीने मंत्री पद से हटा दिया गया था। वह तभी से कथित रूप से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं और कैबिनेट व पार्टी की बैठकों में भी हिस्सा नहीं ले रहे थे, लेकिन बुधवार को कांग्रेस ने बयान जारी कर इन खबरों का खंडन किया कि उसके कुछ विधायक इस्तीफे की तैयारी में हैं। पार्टी ने दावा किया कि उसके सारे विधायक एकजुट हैं और एचडी कुमारस्वामी सरकार स्थिर है।

तीन से पांच विधायक मुंबई में भाजपा संग
मीडिया खबरों में कहा गया है कि कांग्रेस के तीन से पांच विधायकों ने मुंबई में कुछ भाजपा नेताओं के साथ डेरा डाल रखा है। हालांकि इसकी कहीं से भी पुष्टि नहीं हुई है।

येद्दयुरप्पा पर भड़के सिद्दारमैया
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भाजपा नेता बीएस येद्दयुरप्पा पर आरोप लगाया कि वह पैसों का लालच देकर हमारे विधायकों को खरीदना चाहते हैं। भाजपा का लोकतंत्र और संविधान में विश्वास नहीं है। उधर, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी नेताओं के साथ कई बैठकों के बाद दावा किया कि कांग्रेस विधायक सुरक्षित और एकजुट हैं। उन्होंने भी कुछ पार्टी विधायकों के इस्तीफे की तैयारी की खबरों को गलत बताया।

गठबंधन अपना घर संभालने में विफल : भाजपा
कर्नाटक भाजपा के महासचिव सीटी रवि ने कहा कि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन अपना घर संभालने में विफल रहा है और आरोप हम पर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक संकट की वजह 'अस्वाभाविक गठबंधन' है। कांग्रेस का दावा कि उसका कोई विधायक इस्तीफा नहीं दे रहा है, विरोधाभासी है। एक ओर वह कह रहे हैं कि सारे विधायक एकजुट हैं और दूसरी ओर भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं। आरोपों का मकसद राज्य की जनता को गुमराह करने के सिवा कुछ नहीं है। इस बीच कर्नाटक के सियासी ड्रामे पर बीएस येद्दयुरप्पा ने कहा, 'हम किसी भी तरह की खरीद-फरोख्त नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी हॉर्स-ट्रेडिंग कर रहे हैं। सीएम खुद पैसे और मंत्री पद का लालच दे रहे हैं।'

मैं कांग्रेस में ही हूं : भीमा नायक
कांग्रेस से नाराज चल रहे विधायक भीमा नायक ने बुधवार को मीडिया से कहा कि वह पार्टी में ही हैं। उनसे भाजपा ने कोई संपर्क नहीं किया है न कोई ऑफर दिया है। कुमारस्वामी सरकार को कोई खतरा नहीं है। नायक के बारे में कहा जा रहा था कि वह उन पांच-छह विधायकों में शामिल हैं, जो मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं।

जल्द खत्म होगा संकट : कुमारस्वामी
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर उत्पात मचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा संकट जल्द खत्म हो जाएगा। सारी स्थिति नियंत्रण में है। ज्ञात हो कि मंगलवार को एक निर्दलीय व एक केपीजेपी विधायक ने गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। हालांकि इससे बहुमत पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।

स्वामी के हालात पूछने जा सकते हैं सभी दल के नेता
राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सिद्धगंगा मठ के महंत श्री शिवकुमार स्वामी के हालचाल पूछने के लिए सभी दलों के नेताओं के यहां पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं। महंत श्री शिवकुमार स्वामी की तबीयत के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर परमेश्वर ने कहा, 'अब स्वामी जी की हालत स्थिर है, उम्र के कारण तबीयत में उतार-चढ़ाव आ रहे हैं, लेकिन उनकी तबीयत अब स्थिर है। हम जो भी दवाएं दे रहे हैं, वह अपना काम कर रही हैं।'


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