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Karnataka Floor Test LIVE: मंगलवार को शाम छह बजे होगा बहुमत परीक्षण

आज कर्नाटक के नाटक में नतीजे का दिन है। विधानसभा में कुमारस्वामी सरकार के भविष्य पर फैसला आने की उम्मीद है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 07:49 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 12:15 AM (IST)
Karnataka Floor Test LIVE: मंगलवार को शाम छह बजे होगा बहुमत परीक्षण
Karnataka Floor Test LIVE: मंगलवार को शाम छह बजे होगा बहुमत परीक्षण

बेंगलुरु/नई दिल्ली, जेएनएन। कर्नाटक में जारी सियासी संकट पर आज फैसला आ सकता है। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार रहेगी या गिर जाएगी। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की ओर से पेश विश्वास मत (Trust Motion) पर सदन में बहस जारी है। इस बीच कर्नाटक के राज्यपाल द्वारा कुमारस्वामी को बहुमत साबित करने के लिए दी गई दो समय सीमाएं बीत चुकी हैं।

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कर्नाटक के स्‍पीकर केआर रमेश ने कहा कि मंगलवार शाम छह बजे बहुमत परीक्षण होगा।

विधानसभा में सिद्धारमैया ने कहा कि हमारे कुछ सदस्‍यों के बोलने के बाद मंगलवार को बहुमत परीक्षण खत्‍म होगा। हम 4 बजे चर्चा का खत्‍म करेंगे और  शाम 6 बजे बहुमत परीक्षण होगा।

विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्‍थगित 

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि स्‍पीकार ने बागी विधायकों को नोटिस जारी किया। नोटिस का जवाब देने के लिए मंगलवार 11 बजे तक का समय दिया था। भाजपा उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है कि उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया जाएगा और उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। भारत के संविधान के अनुसार अयोग्य घोषित किए जाने के बाद आपको सदस्य नहीं बनाया जा सकता।

विधानसभा में सीएम कुमारस्‍वामी ने कहा, मुझे जानकारी मिली कि मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मुझे जानकारी नहीं है कि कौन सीएम बनने की प्रतीक्षा कर रहा है। कोई मेरे फर्जी हस्‍ताक्षर कर सोशल मीडिया में फैला रहा है। मैं सस्ते स्तर के प्रचार को देखकर हैरान हूं।

सीएम एचडी कुमारस्वामी में विधानसभा में अपनी डेस्क पर कथित इस्तीफा रखा। सीएमओ ने इस लेटर को फेक बताया।

स्‍पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा कि मुझे एक ऐसे बिंदु पर मत ले जाइए, जहां मुझे आपसे बिना पूछे निर्णय लेना होगा। इसके परिणाम विनाशकारी होंगे।

कांग्रेस के विधायक एचके पाटिल ने कहा कि कल जब सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर फैसला ले लेगी तब इसपर चर्चा करना और बोलना सही रहेगा। 

बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि जब कांग्रेस-जेडीएस के लोग बोल रहे थे तो हमने विरोध नहीं किया। सिद्धारमैया, सीएम और स्‍पीकर ने सोमवार को ही बहुमत परीक्षण का वादा किया था। जब हमारे मुख्य सचेतक को बुलाया गया, तो हमने कहा कि हम देर रात तक यहां रहेंगे जब तक कि सभी बहस समाप्त नहीं हो जाती। कृपया हमें विश्वास प्रस्ताव के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दें। 

विधानसभा में भाजपा नेता येदियुरप्पा ने कहा कि सीएम ने वादा किया है कि आज इसे खत्‍म करेंगे और बहुमत साबित करेंगे। अब मैंने चीफ व्हिप सुनील से कहा कि इसे आज ही खत्‍म किया जाए। हम आज सदन में रात 12 बजे तक हैं। 

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही फिर से हंगामा शुरू हो गया है।

कर्नाटक के स्‍पीकर केआर रमेश ने सीएम कुमारस्‍वामी, डिप्टी सीएम जी परमेश्वर, सारा महेश (जेडीएस), कृष्णा बायर गौड़ा (कांग्रेस) और सिद्धारमैया (कांग्रेस) के साथ विधान सभा में अपने चैंबर में बैठक की।

कर्नाटक के स्‍पीकर केआर रमेश ने विधानसभा के अपने चैंबर में भाजपा नेताओं सुनील कुमार, बसवराज बोम्मई, सीटी रवि और जेडीएस नेताओं सारा महेश, एचडी रेवन्ना, बंदेपा काशमपुर के साथ एक बैठक की।

बेंगलुरू में सदन की कार्यवाही 10 मिनट रूकने के बाद भी विधायक विधानसभा में रुके हुए हैं। 

कर्नाटक विधानसभा में जेडीएस और कांग्रेस विधायकों के शोरगुल के बाद सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए रोका गया। 

कर्नाटक के गृह मंत्री एमबी पाटिल ने पुलिस कमीश्‍नर सहित अधिकारियों से बात की। जब बागी विधायक स्‍पीकर से मिलने के लिए बेंगलुरू आएंगे, जब उन्‍हें जीरो ट्रैफिक देने पर विचार किया जाएगा। जेडीएस विधायक एटी रामास्‍वामी ने आज विधानसभा में इस मुद्दे को सदन में उठाया।

गृह मंत्री एमबी पाटिल के बागी विधायकों को जीरो ट्रैफिक देने के बयान पर जेडीएस के विधायक एटी रामास्‍वामी सदन से बाहर निकले। उन्‍होंने कहा कि अगर गृह मंत्री सदन के सामने स्पष्ट रूप से झूठ बोल रहे हैं, तो मैं यहां कैसे रह सकता हूं?  

विधानसभा में कर्नाटक के गृह मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि केवल राज्‍यपाल के कहने पर बागी विधायकों को सुरक्षा दी गई, हमने ऐसा किया। उन्हें जीरो ट्रैफिक मुहैया नहीं कराया गया।

भाजपा के महासचिव पी मुरलीधर राव ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस संवैधानिक अधिकारों का उल्‍लंघन रहे हैं। यहां पर लोकतंत्र की हत्‍या की गई। कोर्ट ने अनुमति दी है कि 15 विधायक वे सदन में रहें या सदन में नहीं रहें। उनके पास (कर्नाटक सरकार) संख्‍या नहीं है। वे अल्‍पमत में हैं। 

उन्‍होंने कहा कि जब तक विधायक नहीं आते हैं, कर्नाटक सरकार का विधानसभा में बहुमत परीक्षण चलता रहेगा। विधानसभा अध्‍यक्ष का यह कृत्‍य अस्‍वीकार्य है। आज इन पर पूरी तह से रोक लगाई जानी चाहिए। राज्‍यपाल को फैसला लेना चाहिए और लोकतंत्र को बचाएं।  

सिद्धारमैया ने कहा 'सीटी रवि के पास उचित जानकारी नहीं है। मैंने जेडीएस छोड़ा नहीं था, मुझे निष्कासित किया गया था। मैं तुरंत कांग्रेस में शामिल नहीं हुआ। मैं अहिंदा पार्टी बना रहा था। मुझे मई 2005 में जेडीएस से निष्कासित कर दिया गया था। मैं 2006 में कांग्रेस में शामिल हो गया। गलत जानकारी यहां दर्ज नहीं की जानी चाहिए। 

स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा है कि प्रत्येक सदस्य केवल 10 मिनट के लिए बोलेगा। मुझे बार-बार यह कहने की जरूरत नहीं है।

कर्नाटक में जारी संकट पर कांग्रेस के सिद्धारमैया ने कहा है कि विधानसभा स्पीकर विश्वास प्रस्ताव पर फैसला करेंगे। हम पहले ही बता चुके हैं कि हम विधानसभा में विश्वास साबित करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है।हमने भी याचिका दायर की है, शायद कल सुप्रीम कोर्ट हमारी याचिका पर सुनवाई करेगा। सिद्धारमैया ने आगे कहा कि अगर बागी विधायक वापस आते हैं तो वे हमारे साथ होंगे। रिबेल्स ने बताया है कि वे आराम से नहीं रह रहे हैं, वे यहां खुद ही रह सकते थे।

विधानसभा में कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है, '​​भाजपा क्यों नहीं मान रही है कि वह कुर्सी चाहती है? वे इस तथ्य को स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हैं कि वे 'ऑपरेशन कमल' के पीछे हैं? उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने इन (बागी) विधायकों से बात की है।

कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच एक वकील आनंद मूर्ति ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक जनहित दायर की है। इसमें आरोप लगाया गया है कि विश्वास मत में जानबूझकर देरी की गई है।

कर्नाटक विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट की कवायद के बीच कांग्रेस नेता और मंत्री डीके शिवकुमार विधानसभा पहुंच चुके हैं। वो आज सदन में विश्वास मत पर जारी बहस में हिस्सा लेंगे।

कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत पर बहस शुरू हो गई है। इस बीच कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा है कि मुझे आज कोई फैसला लेना ही होगा। मुझे देरी हो रही थी क्योंकि मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जाँच कर रहा था। उन्होंने आगे कहा कि, लेकिन आज मैं आपसे निवेदन करता हूं कि अपने भाषणों में सुनिश्चित करें कि विधानसभा की गरिमा को जीवित रखा जाए। ये समय के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति है। यह विधानसभा, अध्यक्ष की छवि और विधायकों के रूप में आपकी भी छवि को नुकसान पहुँचाता है।

एक तरफ आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है तो दूसरी ओर कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने मंगलवार को बागी विधायकों को बुलाया है। स्पीकर ने 11 बागी विधायकों को चिट्ठी लिख मंगलवार सुबह 11 बजे पेश होने को कहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में आज ही फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग कराने की मांग पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आज सुनवाई संभव नहीं है।कोर्ट ने कहा कि देखेगे कि क्या कल सुनवाई के लिए मामला लग सकता है। सुप्रीम कोर्ट में  दो निर्दलीय विधायकों की ओर से मुकुल रोहतगी ने यह मामला उठाया था।

कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले 2 विधायक KPJP के आर शंकर और निर्दलीय एच नागेश सुप्रीम कोर्ट पहुँचे हैं। उनका कहना है कि बहुमत खो चुकी सरकार सदन में मतदान टालने में लगी है। लिहाजा कोर्ट तत्काल बहुमत परीक्षण का आदेश दे।

कर्नाटक के पूर्व सीएम और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा बीजेपी विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे गए हैं। आज विधानसभा में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार फ्लोर टेस्ट का सामना करने वाली है।

विश्वास मत पर वोटिंग से पहले कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का कहना है कि जेडीएस सरकार बचाने के लिए किसी भी तरह के त्याग के लिए तैयार है। इतना ही नहीं एचडी कुमारस्वामी की पार्टी कांग्रेस की ओर से किसी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भी तैयार है। डीके शिवकुमार के मुताबिक, उन्होंने इसके बारे में हाईकमान को भी बता दिया है।

एचडी कुमारस्वामी सरकार आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी। भाजपा विधायक विधानसभा भवन के लिए निकल चुके हैं। विधानसभा के लिए भाजपा विधायक रामदा होटल से रवाना हो चुके हैं।

विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना के लिए भाजपा विधायक पुरी तरह से तैयार हो रहे हैं। बेंगलुरु के रामदा होटल में ठहरे भाजपा विधायकों ने सुबह योगा किया। इस दौरान सभी नेता योग की अलग-अलग मुद्राएं करते हुए देखे गए।

कर्नाटक में डूबने के कगार पर बैठी एचडी कुमारस्वामी की अगुआई वाली कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार के भविष्य का फैसला सोमवार को हो सकता है। रविवार को 15 विद्रोही विधायकों और दो निर्दलीय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सोमवार शाम पांच बजे तक विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने का निर्देश देने की मांग की है। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने बेंगलुरु में बैठकें की हैं। राज्यपाल के निर्देशों की उपेक्षा करने के बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित की गई थी। पिछले तीन सप्ताह से जारी सत्ता संघर्ष ने राज्य में संवैधानिक संकट का खतरा पैदा कर दिया है।

कर्नाटक के सियासी संकट के बीच रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दरमैया ने होटल में कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की और आगे की रणनीति पर विमर्श किया।

विश्वास मत पर बहस को खींचने की तैयारी
रिपोर्ट के मुताबिक- मुख्यमंत्री कुमारस्वामी द्वारा गुरुवार को पेश विश्वास मत प्रस्ताव पर सरकार अभी भी बहस को लंबा खींचने का प्रयास कर रही है। उसे सुप्रीम कोर्ट से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। कुमारस्वामी और कांग्रेस ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर राज्यपाल पर विश्वास मत पर चर्चा के दौरान विधानसभा की कार्यवाही में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। दोनों ने शीर्ष कोर्ट से 17 जुलाई को दिए गए आदेश को स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इससे विधायकों के लिए व्हिप जारी करने में रुकावट पैदा हो गई है।

कर्नाटक के 'नाटक' में अबतक ये हुआ
शुक्रवार को पहली समय सीमा समाप्त होने के बाद सत्ताधारी गठबंधन ने आक्रामक तरीके से इस तरह का निर्देश जारी करने की राज्यपाल की शक्ति पर सवाल उठाया। कुमारस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्यपाल विधायिका के प्रशासक की तरह काम नहीं करेंगे।

इन घटनाक्रमों के बाद भी शुक्रवार को सदन की कार्यवाही स्थगित करने से पहले विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने गठबंधन से भरोसा लिया कि सोमवार को विश्वास मत पर फैसला हो जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि किसी भी परिस्थिति में यह और लंबा नहीं खिंचेगा। फिर भी राजनीतिक दायरे में यह सवाल बना हुआ है कि क्या सोमवार को विश्वास मत पर मतदान हो जाएगा और क्या सरकार और देरी नहीं करने का अपना वादा निभा पाएगी? यदि सत्ताधारी गठबंधन ने सोमवार को भी प्रक्रिया में रुकावट पैदा करने की कोशिश की तो उस स्थिति में राज्यपाल के अगले कदम पर निगाहें रहेंगी।

विश्वास मत में हो रही देरी को सत्ताधारी गठबंधन द्वारा विद्रोहियों को वापस लाने के लिए समय जुटाने के रूप में देखा जा रहा है। विद्रोही विधायकों को सत्ताधारी गठबंधन का शिकार बनने से बचाने के लिए मुंबई ले जाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, इस दिशा में प्रयास भी किए गए लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकल पाया है। विद्राहियों में से 13 विधायकों ने एकजुट रहने का दावा किया है। उन्होंने साफ किया है कि वह अपने इस्तीफे पर कायम हैं और वापस लौटने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

येद्दयुरप्पा बोले, मतदान हुआ तो जाएगी सरकार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा ने रविवार को भरोसा जताया कि सोमवार का दिन कुमारस्वामी की अगुआई वाली गठबंधन सरकार का अंतिम दिन होगा। उन्होंने कहा कि सिद्दरमैया, विधानसभा अध्यक्ष और कुमारस्वामी ने कहा है कि वे सोमवार को बहुमत साबित करेंगे तो ऐसी स्थिति में 100 फीसद भरोसा है कि इस नाटक का पटाक्षेप हो जाएगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दो कांग्रेस विधायक अस्वस्थ होने के कारण नहीं आएंगे और ऐसी स्थिति में गठबंधन की संख्या 98 रह जाएगी।


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