रोशन बेग ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला था मोर्चा, कहा था कांग्रेस ने किया अल्पसंख्यकों का इस्तेमाल, मिला नोटिस
Lok Sabha Exit Poll 2019 कांग्रेस नेता रोशन बेग ने अपनी ही पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों का इस्तेमाल किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कर्नाटक के कांग्रेस नेता रोशन बेग (Roshan Baig) को पार्टी ने नोटिस थमा दिया है। रोशन बेग ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसी भी ईसाई को टिकट नहीं दिया। यहां तक कि कर्नाटक में मुसलमानों को केवल एक सीट दी। मैं इससे परेशान हूं, कांग्रेस ने केवल हमारा इस्तेमाल किया है। वहीं कर्नाटक की प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि रोशन बेग के कद के नेता का ऐसा बोलना ठीक नहीं है। यह राजनीतिक अवसरवादिता की झलक पेश करता है।
पार्टी के खिलाफ दिए गए बयान पर नाराजगी जताते हुए कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव वेंकटराव वाई. घोरपड़े ने रोशन बेग को नोटिस जारी किया। उन्होंने बताया कि बेग को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव और सिद्धारमैया के खिलाफ बयान देने के मामले में नोटिस जारी करके एक हफ्ते में जवाब मांगा गया है। वहीं कांग्रेस नेता रिजवान अरशद ने रोशन बेग को मौकापरस्त बताते हुए कहा कि यदि उनमें साहस है तो वह पार्टी से इस्तीफा दे दें। यदि कांग्रेस बुरी पार्टी है जिसने बेग को पिछले 10 साल से सत्ता दी है तो वह इस्तीफा देकर और भाजपा से चुनाव लड़ें।
बेग ने सोमवार को बंगलूरु में संवाददाताओं से कहा था कि यदि एनडीए सत्ता में वापस आती है तो मेरा मुस्लिम भाइयों से आग्रह है कि वह परिस्थिति से समझौता करना सीख लें। जब उनसे पूछा गया कि क्या इसका मतलब यह है कि मुस्लिम भाजपा से हाथ मिला लें तो उन्होंने कहा था कि यदि जरूरत पड़ती है तो जरूर... एक्जिट पोल के नतीजों पर रोशन बेग ने केसी वेणुगोपाल को जोकर बताते हुए कहा कि मुझे अपने नेता राहुल गांधीजी के लिए बुरा लगता है। राज्य में पार्टी यदि हारती है तो दिनेश गुंडू राव और सिद्धारमैया इसके लिए जिम्मेदार होंगे। पार्टी को जो नुकसान हुआ है वह वेणुगोपाल जैसे विदूषक, सिद्धारमैया का अभिमानी रवैया और गुंडू राव के फ्लॉप शो का नतीजा है।
बेग ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में केवल एक मुसलमान को टिकट दिया है। यदि जरूरत पड़ती है तो मुसलमानों को भी जरूर हाथ मिलाना चाहिए। हमें किसी एक पार्टी का वफादार नहीं बने रहना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि आप आने वाले दिनों में कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लेंगे, बेग ने कहा कि यदि जरूरत हुई तो यह भी संभव है... बता दें कि इससे पहले जेडीएस और कांग्रेस ने दोनों दलों के नेताओं के बीच चल रही खींचतान का सिलसिला रोकने की कवायद हुई थी जो मौजूदा वक्त में मुकाम तक नहीं पहुंचती दिखाई दे रही है।
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वहीं बेग के बयान पर जी. परमेश्वर ने कहा कि यह उनकी निजी राय है और यह पार्टी की राय नहीं है। हालांकि बेग के इस बयान से कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस नेताओं में आपसी टकराव खुलकर सामने आ गया है। इससे दोनों दलों के गठबंधन वाली मौजूदा राज्य सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। बता दें कि कर्नाटक में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 222 सीटों में से 104 पर जीत हासिल हुई थी। चुनाव नतीजों के बाद भाजपा ने राज्य में सरकार तो बना ली थी, लेकिन फ्लोर टेस्ट में असफल होने के बाद गिर गई थी। बाद में कांग्रेस (80 सीटें) और जेडीएस (38 सीटें) ने गठबंधन सरकार बनाई थी।
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