कमल नाथ को सत्ता में वापसी की उम्मीद, कार्यकर्ताओं में फूंक रहे जान; जानें क्या है गणित
कांग्रेस अब तक विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के सहारे उपचुनाव में उतरने की रणनीति पर चल रही है।
भोपाल, जेएनएन। 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार 15 महीने में ही चले जाने और पार्टी के प्रमुख नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने से जिस प्रकार दूसरे नेताओं व कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर गया था, उसे बढ़ाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ खासा आत्मविश्वास दिखा रहे हैं। इन दिनों वे अपने बयानों में सभी 27 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में जीत के दावे कर रहे हैं। यही नहीं पार्टी की उपचुनाव जीत के साथ सत्ता में वापसी की उम्मीद जगाई जा रही है।
दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की दोबारा सरकार बनाने के लिए बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। कांग्रेस अब तक विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के सहारे उपचुनाव में उतरने की रणनीति पर चल रही है। कमल नाथ द्वारा उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों की बैठकों और विधायक दल की बैठक में पार्टी के पक्ष में माहौल होने के दावे कर रहे हैं। सभी 27 सीटों पर पार्टी की मजबूत स्थिति बता रहे हैं। मगर राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि कमल नाथ का यह आत्मविश्वास पार्टी कार्यकर्ताओं के गिरे हुए मनोबल को बढ़ाने के लिए है। हालांकि उप चुनाव के लिए भाजपा की तैयारी कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है और भाजपा संगठन के आगे कांग्रेस आज भी कमजोर है।
तंज कसने वाले साथ हुए
कमल नाथ के आत्मविश्वास को अब पार्टी पर तंज कसने वाले नेता लक्ष्मण सिंह तथा पूर्व मंत्री मुकेश नायक भी सही करार देने लगे हैं। लक्ष्मण सिंह का कहना है कि अब पार्टी में जो कार्यकर्ता हैं, वह कांग्रेस का मूल कार्यकर्ता बचा है। नायक कहते हैं कि कमल नाथ के नेतृत्व में फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी।
भाजपा जैसा संगठन खड़ा कर चुनाव लड़ेंगे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि उपचुनाव में भाजपा जैसा मजबूत संगठन खड़ा कर रहे हैं। उस संगठन से 27 विधानसभा क्षेत्रों के उप चुनाव में पार्टी उतरेगी और सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी।