ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले, खेल के मैदान में राजनीति नहीं पर राजनीति में खेल जरूरी
चंबल अंचल के दौरे पर निकले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एक बार फिर अपने बयान से सियासी हलकों में चर्चाओं को हवा दे दी
राज्य ब्यूरो, ग्वालियर। चंबल अंचल के दौरे पर निकले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एक बार फिर अपने बयान से सियासी हलकों में चर्चाओं को हवा दे दी। मुरैना के एक गांव में मिनी क्रिकेट स्टेडियम में जब उनके हाल ही के बयानों के बाद अन्य नेताओं के जवाबी बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि खेल के मैदान में राजनीति जरूरी नहीं है पर राजनीति में खेल जरूरी है।
स्टेडियम का किया शुभारंभ
मुरैना में पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब करआ गांव में बने नवीन स्टेडियम का शुभारंभ के दौरान मीडिया से रूबरू हुए तो पत्रकारों ने उनसे हाल ही में प्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बयान को लेकर जवाब चाहा। उन्होंने इस सवाल को यह कहकर टाल दिया कि मैं बयानों को लेकर कभी कोई बयान नहीं देता।
प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार
सिंधिया से जब पूछा गया कि कर्जमाफी को लेकर उन्होंने भिंड में जो बयान दिया था उस पर सीएम कमलनाथ ने कहा है कि जनता सभी को पहचानती है। इस सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। हर व्यक्ति को उसकी बात के लिए सम्मान मिलना चाहिए और हमें सम्मान देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों का दौरा कर रहे सिंधिया ने हाल ही में ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा था कि कांग्रेस को अपनी वर्तमान स्थिति पर आत्मचिंतन करना चाहिए। वहीं भिंड दौरे पर किसानों के शिकायतें सुनते समय कहा था कि हमने किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफ करने की घोषषणा की थी, जबकि किसानों के केवल 50 हजार के ही कर्ज माफ हुए हैं।