जीएचएमसी चुनावों को लेकर बोले जेपी नड्डा- यह केसीआर के जाने और भाजपा के आने का समय
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन चुनावों के लिए रोड शो किया। बारिश के बावजूद उमड़ी भीड़। चुनावों में प्रचार को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खात्मे और विकास की राजनीति को आगे ब़़ढाने के लिए कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं।
हैदराबाद, एजेंसी। हालिया उपचुनावों में तेलंगाना की दुब्बक विधानसभा सीट पर जीत से उत्साहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को एक रोडशो के दौरान कहा कि यह केसीआर ([तेलंगाना के मुख्यमंत्री)] के जाने और भाजपा के आने का समय है। ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन ([जीएचएमसी)] के चुनावों में प्रचार को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खात्मे और विकास की राजनीति को आगे ब़़ढाने के लिए कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं।
कोथापेट से नागोल चौराहे तक रोड शो के दौरान नड्डा ने कहा कि भाजपा यह चुनाव अपनी पूरी ताकत से ल़़डेगी और हैदराबाद को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगी। बारिश के बावजूद रोडशो में ब़़डी संख्या में लोग उपस्थित थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लोगों की ब़़डी संख्या में मौजूदगी दिखाती है कि वे भ्रष्टाचार को खारिज कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास चाहते हैं। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के चुनाव एक दिसंबर और मतगणना चार दिसंबर को होनी है।
टीआरएस-एआइएमआइएम ने हैदराबाद को बर्बाद किया : लक्ष्मण
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति ([टीआरएस)] और आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ([एआइएमआइएम)] ने हैदराबाद शहर को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि जीएचएमसी चुनावों में भाजपा स्थानीय मुद्दों को उठाने का प्रयास कर रही है, लेकिन टीआरएस राष्ट्रीय मुद्दों को घसीटने की कोशिश में जुटी है।
भाजपा की तैयारी
तेलंगाना के ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एक नगर निगम चुनाव को भाजपा ने लोकसभा चुनाव का रूप दे दिया है, जिसमें उसके बड़े नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं। भाजपा की कोशिश चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) को पछाड़ने से कहीं ज्यादा राष्ट्रीय फलक पर लगातार आगे बढ़ रहे ऑल इंडिया ़मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआइएमआइएम) के प्रमुुख असद्दुद्दीन ओवैसी से बड़ी रेखा खींचने की है।