स्वच्छता में जोधपुर रेलवे स्टेशन अव्वल, पटना, देहरादून में सुधार
स्वच्छता के मामले में पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल रेलवे स्टेशनों की अपेक्षाकृत स्थिति बेहतर हुई है। सबसे ज्यादा सुधार राजस्थान के रेलवे स्टेशनों पर दिखाई दिया है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। स्वच्छता के मामले में पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल रेलवे स्टेशनों की अपेक्षाकृत स्थिति बेहतर हुई है। सबसे ज्यादा सुधार राजस्थान के रेलवे स्टेशनों पर दिखाई दिया है। लेकिन यूपी और बिहार में कुछ को छोड़ बाकी ज्यादातर स्टेशन पहले से गंदे हुए है।
दिल्ली और एनसीआर के अधिकांश स्टेशनों की हालत खराब हुई है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को भारतीय रेल के ए1 और ए श्रेणी के 400 स्टेशनों की 2018 की स्वच्छता सर्वे रैंकिंग जारी की। उन्होंने कहा कि अगली बार 600 स्टेशनों का स्वच्छता सर्वे कराया जाएगा।
सर्वे में इस वर्ष राजस्थान के दो स्टेशन स्वच्छता में सबसे ऊपर आए हैं। पहले नंबर पर जोधपुर और दूसरे नंबर पर जयपुर है। दोनो ही शहर पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। वर्ष 2017 के स्वच्छता सर्वे में जोधपुर का स्थान ए1 स्टेशनों में 17वां था। जबकि जयपुर को 8वां स्थान प्राप्त हुआ था। आंध्र प्रदेश का तिरुपति स्टेशन ए1 श्रेणी में जम्मू तवी को पछाड़कर तीसरे स्थान पर काबिज हो गया है।
यही नहीं, ए श्रेणी स्टेशनों में भी इस बार राजस्थान का मारवाड़ पहले तथा फुलेरा स्टेशन दूसरे नंबर पर है। जबकि तेलंगाना के वारंगल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
दिल्ली-एनसीआर :
दिल्ली-एनसीआर के कई स्टेशन पहले के मुकाबले कम स्वच्छ रह गए हैं। केवल ए1 श्रेणी में आनंद विहार पिछले वर्ष की तरह 5वें स्थान पर तथा नई दिल्ली 39वें स्थान पर बरकरार है। परंतु पुरानी दिल्ली स्टेशन की हालत काफी खराब हुई है। यह पिछले वर्ष के 24वें स्थान से गिरकर 54वें स्थान पर आ गया है। ए श्रेणी स्टेशनों में निजामुद्दीन 23वें से 60वें स्थान पर गिर गया है। जबकि सराय रोहिल्ला 122 वें से 230वें पर और शाहदरा 230वें से 300वें स्थान पर गिर गया है। गाजियाबाद इस बार 238वें स्थान पर है। जबकि पिछले वर्ष यह 223वें स्थान पर था। फरीदाबाद को भी गत वर्ष के 310वें स्थान के बजाय 323वां स्थान मिला है।
उत्तर प्रदेश :
यहां भी प्रमुख स्टेशनों में उत्तर प्रदेश की राजधानी का लखनऊ जंक्शन स्टेशन पिछले वर्ष के 6ठे स्थान से नीचे खिसक कर 46वें स्थान पर, जबकि लखनऊ स्टेशन 57वें से 64वें स्थान पर गिर गया है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्टेशन की हालत और भी ज्यादा खराब हुई है। यह ए1 स्टेशनों में 14वें स्थान से गिरकर 69वें स्थान पर पहुंच गया है। कानपुर सेंट्रल भी 53वें से 61वें स्थान पर गिर गया है। जहां तक इलाहाबाद की बात है तो इस जोन की स्वच्छता की औसत स्थिति में गिरावट के बावजूद इलाहाबाद स्टेशन पहले से साफ है। इस बार की रैंकिंग में यह गत 45वें स्थान से 33वें पर चढ़ आया है। मगर गोरखपुर जंक्शन 12 वें से 44वें स्थान पर गिर गया है।
बिहार :
पटना स्टेशन की दशा सुधरी है। यह 28वें स्थान से 23वें पर आ गया है। छपरा भी बेहतर हुआ है। गत वर्ष 36वें स्थान पर था। इस वर्ष 29 पर आ गया है। मगर भागलपुर 50वें स्थान से 66वें पर गिरकर पहले से गंदा होने का संकेत दे रहा है।
झारखंड :
धनबाद स्टेशन गत वर्ष 72वें स्थान पर था। इस बार बेहतर रैंकिंग के साथ 63वें स्थान पर आ गया है।
उत्तराखंड :
हरिद्वार जंक्शन स्टेशन पिछली बार 30वें स्थान पर था। लेकिन इस बार इसे 47वां स्थान मिला है। परंतु देहरादून स्टेशन पहले से स्वच्छ हुआ है। गत वर्ष यह 64 नंबर पर था। इस वर्ष यह 20 अंक सुधर कर 34वें पर आ गया है।
पंजाब :
अमृतसर पिछले 47वें से उठकर इस बार 26वें स्थान पर काफी बेहतर स्थिति में आ गया है। लुधियाना भी 69वें से 56 पर आ गया है। मगर चंडीगढ़ 48वें से इस बार 55वें स्थान पर चला गया है।
हरियाणा :
अंबाला कैंट को बेहतर सफाई के लिए इस बार 46वां स्थान मिला है। पिछली बार 73वें स्थान पर था।
जम्मू-कश्मीर :
स्वच्छता में जम्मू तवी स्टेशन पिछली बार पूरे देश में तीसरे स्थान पर आया था। परंतु इस बार 12वें पर खिसक गया है।