कश्मीर को सामाजिक मसला बताने वाले मंत्री को महबूबा ने हटाया
महबूबा मुफ्ती ने वित्त मंत्री हसीब द्राबू को मंत्रिमंडल से हटाया। द्राबू ने कहा था कि कश्मीर एक सामाजिक मसला है।
श्रीनगर (जेएनएन)। कश्मीर को सामाजिक मसला बताने वाले मंत्री को जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। राज्यपाल ने इस संदर्भ में सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से भेजे गए पत्र के आधार पर डॉ. हसीब द्राबू को मंत्रिमंडल से हटाने की पुष्टि कर दी है। इसके साथ ही नए वित्त मंत्री की नियुक्ति के लिए शुरू हुई हलचल के बीच मंगलवार को प्रस्तावित राज्य कैबिनेट बैठक भी 20 मार्च के लिए स्थगित कर दी गई है।
वित्त मंत्री डॉ. हसीब द्राबू के खिलाफ यह कार्रवाई पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उनके कश्मीर संबंधी बयान का संज्ञान लेते हुए की है। द्राबू ने कहा था कि कश्मीर एक सामाजिक मसला है। वित्त मंत्री के बयान के बाद रियासत की सियासत में खूब हंगामा हुआ। प्रमुख विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसे भाजपा के आगे पीडीपी के घुटने टेक नीति का नतीजा बताते हुए कहा कि पीडीपी कश्मीर की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्वतंत्रता को पूरी तरह बेच चुकी है। अलगाववादी खेमे ने भी इस मामले को भुनाना शुरू कर दिया था।
बताया जाता है कि डॉ. द्राबू के इस बयान से पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री महबूबा की अध्यक्षता में पीडीपी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक हुई। दोपहर बाद मुख्यमंत्री महबूबा ने द्राबू को अपने मंत्रिमंडल से बाहर करने का फैसला कर लिया। इस आशय का उन्होंने एक पत्र भी राज्यपाल एनएन वोहरा को भेजा।
दिल्ली में दिया था बयान
नई दिल्ली में गत दिनों आयोजित एक सेमीनार में उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को जम्मू- कश्मीर में निवेश के लिए प्रेरित करते हुए वित्त मंत्री डॉ. हसीब द्राबू ने कहा था कि कश्मीर कोई सियासी मसला नहीं है, कश्मीर एक सामाजिक मसला है।