जितिन प्रसाद पारंपरिक कांग्रेसी, अचानक बदल दिया अपना स्टैंड: मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जितिन को कांग्रेस में सभी लोग सम्मान देते थे। उन्होंने अचानक अपना स्टैंड बदल दिया ये बहुत दुख की बात है। हो सकता है 8-10 साल हमारे लिए ठीक न हों लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम विचारधारा छोड़ें।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस के बड़े नेता रहे जितेंद्र प्रसाद के पुत्र और कांग्रेस के ग्रुप-23 समूह के नेताओं में शामिल जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए हैं। जितिन का भाजपा में जाने से कांग्रेस में हलचल मच गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह कांग्रेस और उस विचारधारा को दोष देते हैं जिसके लिए उन्होंने और उनके पिता ने काम किया, तो यह दुखद है।
खड़गे ने कहा कि जितिन को कांग्रेस में सभी लोग सम्मान देते थे। उन्होंने अचानक अपना स्टैंड बदल दिया, ये बहुत दुख की बात है। हो सकता है 8-10 साल हमारे लिए ठीक न हों लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम विचारधारा छोड़ें। ये नहीं होना चाहिए था। जितिन प्रसाद पारंपरिक कांग्रेसी थे, हमने उन्हें सम्मान दिया, उनकी उपेक्षा नहीं की गई।
Jitin Prasada was traditional Congressman, we gave him respect, he wasn't ignored. He was general secy, Bengal in charge...was allowed to contest every time. Despite this, if he blames Congress & ideology for which he & his father worked, it's sad: Congress MP Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/rPknxwORwT— ANI (@ANI) June 10, 2021
बता दें कि कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए थे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उनका भाजपा में जाना सामाजिक समीकरणों के लिहाज से पार्टी को मजबूती देने वाला माना जा रहा है।
इस दौरान जितिन प्रसाद ने कहा कि देश में अगर कोई ऐसी पार्टी है जो संस्थागत तरीके से काम करती है.. अगर देश में वास्तव में कोई राष्ट्रीय पार्टी है तो यह भाजपा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह मजबूती से देश का नेतृत्व कर रहे हैं। देश के समक्ष चुनौतियों का सामना करने के लिए वह सबसे सक्षम व्यक्ति हैं।
दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके जितिन भाजपा में शामिल होने से पहले बंगाल में कांग्रेस के प्रभारी थे। 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन बताते हैं कि कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें पार्टी नहीं छोड़ने के लिए मना लिया था।