Move to Jagran APP

दूसरे विश्व युद्ध में जीत की 75वीं वर्षगांठ: मॉस्को सैन्य परेड के लिए राजनाथ को रूस का न्योता

दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जीत की 75वीं वर्षगांठ पर सैन्य परेड का आयोजन किया जा रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 10:21 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 10:58 PM (IST)
दूसरे विश्व युद्ध में जीत की 75वीं वर्षगांठ: मॉस्को सैन्य परेड के लिए राजनाथ को रूस का न्योता
दूसरे विश्व युद्ध में जीत की 75वीं वर्षगांठ: मॉस्को सैन्य परेड के लिए राजनाथ को रूस का न्योता

नई दिल्ली, प्रेट्र। रूस ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मॉस्को में 24 जून को होने जा रहे विशाल सैन्य परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जीत की 75वीं वर्षगांठ पर सैन्य परेड का आयोजन किया जा रहा है।

loksabha election banner

मॉस्को के रेड स्क्वायर पर सैन्य परेड में भारतीय सेना भी भाग लेगी

माना जा रहा है कि रूस के साथ दशकों पुराने सैन्य संबंधों के कारण पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारतीय और चीनी सेना के बीच तनाव के बावजूद रक्षा मंत्री का कार्यालय आमंत्रण पर सकारात्मक रूप से विचार कर रहा है। मॉस्को के रेड स्क्वायर पर होने जा रहे सैन्य परेड में भाग लेने के लिए भारत ने अपनी सेना के तीनों अंगों को भेजने की अनुमति दी है। कर्नल रैंक के अधिकारी भारतीय परेड का नेतृत्व करेंगे। चीन समेत कम से कम 11 देशों के शस्त्र कर्मियों के साथ 75 सदस्यीय भारतीय दल भी परेड में भाग लेगा।

भारत के तीनों सेनाओं की सैन्य टुकड़ी 24 जून को पहली बार रेड स्क्वायर से करेगी मार्च 

भारत के तीनों सेनाओं के सदस्यों वाली सैन्य टुकड़ी 24 जून को पहली बार मॉस्को के रेड स्क्वायर से मार्च करेगी। इससे पहले, 2015 में केवल भारतीय सेना इस सैन्य परेड में शामिल हुई थी और इसमें भागीदारी भारतीय सेना तक ही सीमित थी।

हर साल 'विक्टरी डे' (9 मई) के आयोजन को कोरोना के चलते आगे बढ़ा दिया गया था

हर साल 'विक्टरी डे' (9 मई) के दिन रूसी परेड का आयोजन किया जाता है। यह परेड नाजी जर्मनी के 1945 में किए गए आत्मसमर्पण का प्रतीक है। इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते इस परेड के आयोजन को आगे बढ़ा दिया गया था।

नौ मई को होने वाले कार्यक्रम में पीएम मोदी विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे

नौ मई को होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष अतिथि के तौर पर शामिल होना था। हालांकि, अब उनके इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना बेहद कम है, इसलिए केंद्र सरकार परेड में हिस्सा लेने के लिए एक त्रिकोणीय सैन्य दल भेजकर उनकी अनुपस्थिति की कमी को कम करना चाह रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.