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विश्वस्तरीय स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है ध्यान : रेल मंत्री

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि रेल मंत्रालय का ध्यान विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है।भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नई रेलवे लाइनों टैक के दोहरीकरण और विद्युतीकरण पर खर्च किया जा रहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 09:42 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 09:42 PM (IST)
विश्वस्तरीय स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है ध्यान : रेल मंत्री
भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव

 नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि रेल मंत्रालय का ध्यान विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है। भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नई रेलवे लाइनों, टैक के दोहरीकरण और विद्युतीकरण पर खर्च किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि भोपाल और गांधीनगर के स्टेशनों की तरह जल्द ही 40 और स्टेशनों के लिए निविदा आमंत्रित की जाएंगी। इन स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

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अगले साल एयरकुशन सुविधा से लैस आएंगी नई ट्रेनें

मंत्री ने यह भी कहा कि पर्यटन को रेलवे के लिए एक नए विकास खंड के रूप में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने उद्योग जगत को इस उद्देश्य में साथ आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि एयरकुशन सुविधा से लैस नई ट्रेनें अगले साल के अंत तक ट्रैक पर नजर आएंगी। रेल भाड़े की लागत घटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए रेलवे को ढुलाई में अपना हिस्सा बढ़ाना होगा। इसके लिए रेलवे नई पटरियां बिछाने के साथ अपनी क्षमता बढ़ाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रही है। 

निर्धारित साल तक शुरू हो जाएगा बुलेट ट्रेन का काम

उन्होंने यह स्वीकार किया कि बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अध‍िग्रहण अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनका कहना है कि इसे निर्धारित साल तक शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन में जापानी टेक्नोलाजी का इस्तेमाल हो रहा है। जापानियों की विशेषता यह कि जब तक सब कुछ तैयार न हो वे काम शुरू नहीं करते। महाराष्ट्र सरकार अभी जमीन अध‍िग्रहण पूरा नहीं कर पाई है। गुजरात में यह हो चुका है।

दूरसंचार के क्षेत्र में भारत अपना 5जी सिस्टम खुद विकसित कर रहा है। इसी तरह भारत का इलेक्ट्रानिक विनिर्माण वित्तीय 2016 तक बढ़कर 250 अरब डालर (18,810 अरब रुपये) का हो जाएगा।उल्लेखनीय है क‍ि अश्विनी वैष्णव रेलमंत्री के साथ-साथ आइटी मंत्री भी हैं।


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