पाकिस्तानी नेता अल्ताफ हुसैन के शरण मांगने पर भारत के विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
पाकिस्तानी नेता हुसैन ने पिछले दिनों एक भारतीय टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि वह भारत में शरण लेना चाहते हैं और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लंदन में निर्वासित जिंदगी बीता रहे पाकिस्तानी नेता अल्ताफ हुसैन ने भारत में शरण मांगने की पेशकश की है लेकिन भारत का रवैया फिलहाल बहुत सकारात्मक नहीं है। इसकी एक वजह यह है कि भारत विश्व बिरादरी को यह संदेश नहीं देना चाहता कि वह पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने करने वाले नेताओं को बढ़ावा दे रहा है और दूसरी वजह यह है कि हुसैन की छवि काफी चर्चा में रही है।
हालांकि अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि मुहाजिर कौमी मूवमेंट के नेता हुसैन ने आधिकारिक तौर पर शरण मांगा है या नहीं। इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से जब पूछा गया तो उन्हें बेहद ठंडी प्रतिक्रिया दी कि, इस बारे में गृह मंत्रालय ही बेहतर तरीके से बता सकेगा।
पीएम नरेंद्र मोदी से किया था आग्रह
दूसरी तरफ गृह मंत्रालय अल्ताफ हुसैन को लेकर एकदम चुप्पी साधे हुए। हुसैन ने पिछले दिनों एक भारतीय टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि वह भारत में शरण लेना चाहते हैं और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हैं। उन्होंने अपनी तरफ से यह भी कहा था कि अगर वह भारत में आते हैं तो यहां राजनीति से दूर रहेंगे।
आतंकवाद से जुड़े मामले पर हुसैन के खिलाफ चलने वाला है मुकदमा
बता दें कि अल्ताफ हुसैन ने साल 2016 में यूके से पाकिस्तान में अपने अनुयायियों के लिए एक कथित घृणास्पद भाषण प्रसारित करने के आरोप हैं। इसमें उन्होंने अपने अनुयायियों से कानून हाथ में लेने का आह्वान किया था। आतंकवाद के अपराध से जुड़े इस मामले में बीते 10 अक्टूबर को यूके के क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विसेज ने उनके खिलाफ आरोप तय किए थे। उनके खिलाफ आतंकवाद से जुड़े इस मामले में जून 2020 में मुकदमा चलने वाला है।