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भारत और वियतनाम ने सैन्य सहयोग बढ़ाने पर जताई सहमति, वर्चुअल बैठक में फैसला

रक्षा सचिव अजय कुमार और वियतनाम के उप रक्षा मंत्री गुयेन ची विन्ह के बीच वर्चुअल बैठक। दक्षिण एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के प्रमुख देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 09:12 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 09:12 AM (IST)
भारत और वियतनाम ने सैन्य सहयोग बढ़ाने पर जताई सहमति, वर्चुअल बैठक में फैसला
भारत के रक्षा सचिव अजय कुमार। (फोटो: एएनआइ)

नई दिल्ली, प्रेट्र। रक्षा सचिव अजय कुमार और वियतनाम के उप रक्षा मंत्री गुयेन ची विन्ह के बीच मंगलवार को सुरक्षा वार्ता हुई। इसमें उन्होंने दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच व्यापक सामरिक साझेदारी ढांचे के तहत सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि वर्चुअल बातचीत के दौरान कुमार और विन्ह ने कोविड-19 की बाध्यताओं के बावजूद दोनों देशों के बीच जारी रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।

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भारत और वियतनाम की नौसेनाओं ने आपरेशनल कोआपरेशन बढ़ाने के लिए पिछले साल अप्रैल में वियतनाम के समुद्र में चार दिवसीय अभ्यास किया था। वहीं पिछले महीने भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने दक्षिण चीन सागर में वियतनाम की नौसेना के साथ पैसेज एक्सरसाइज की थी। भारत और वियतनाम 2016 में अपने संबंधों का स्तर बढ़ाकर व्यापक सामरिक साझेदारी के स्तर तक ले गए और तेजी से मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों में रक्षा सहयोग एक महत्वपूर्ण तत्व रहा है। मालूम हो कि दक्षिण एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के प्रमुख देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है।

आतंकियों के खिलाफ लड़ाई तेज करेंगे भारत-बांग्लादेश

भारत और बांग्लादेश ने वैश्विक आतंकी समूहों समेत अन्य भगोड़ों के खिलाफ लड़ाई तेज करने का फैसला किया है। मंगलवार को दोनों देशों के शीर्ष पुलिस अधिकारियों की प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वर्चुअल बैठक के दौरान इस बात पर सहमति जताई गई। दोनों देशों ने मौजूदा और भावी सुरक्षा चुनौतियों और आतंकवाद से मुकाबले के लिए नोडल प्वाइंट बनाने का भी फैसला किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने इस बात को दोहराया कि नोडल प्वाइंट के जरिये खुफिया और अन्य सूचनाएं आपस में साझा करने की जरूरत है।

उन्होंने इस क्षेत्र में विद्रोही गुटों के खिलाफ एक-दूसरे की कार्रवाई की भी सराहना की। बयान के मुताबिक, नशीले पदार्थो की तस्करी, नकली भारतीय मुद्रा, हथियार और गोलाबारूद और मानव तस्करी समेत सीमा पार आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और आपसी चिंताओं से जुड़े मुद्दों को निपटाने के लिए दोनों देशों के पुलिस बलों के बीच संबंध मजबूत करने का भी फैसला किया गया।


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