Kamal nath Cabinet: सिंधिया खेमे के एक तिहाई से ज्यादा मंत्री शामिल
मंत्रिमंडल शपथ समारोह के मंच पर मंत्रियों के आचार व्यवहार से गुटीय समीकरण झलका।
भोपाल,जेएनएन। मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंत्रिमंडल में एक तिहाई से ज्यादा मंत्री सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं। वहीं, कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समर्थक मंत्रियों की संयुक्त संख्या 50 फीसद से ज्यादा है। कमलनाथ और दिग्विजय समर्थक मंत्रियों की संख्या आठ-आठ है। इधर, वरिष्ठता क्रम में सिंधिया समर्थकों को नौवें क्रम से शुरू किया गया है।
कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्रियों में सज्जन सिंह वर्मा, हुकुमसिंह कराड़ा, बाला बच्चन, लखन घनघोरिया, तरुण भनोत, सुखदेव पांसे, हर्ष यादव और प्रदीप जायसवाल कमलनाथ समर्थक माने जाते हैं तो डॉ. गोविंद सिंह, आरिफ अकील, बृजेंद्र सिंह राठौर, पीसी शर्मा, प्रियव्रत सिंह, जयवर्द्धन सिंह और जीतू पटवारी को दिग्विजय सिंह समर्थक माना जाता है।
इसी तरह तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, डॉ. प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसौदिया, लाखन सिंह यादव, इमरती देवी, कमलेश्वर पटेल, उमंग सिंघार व ओमकार सिंह मरकाम को सिंधिया समर्थक माना जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी की समर्थक डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ हैं तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव के समर्थक उनके अनुज सचिन यादव हैं। उधर, मंत्रिमंडल में अजय सिंह जैसे कद्दावर नेताओं को शामिल किए जाने की चर्चा को कमलनाथ ने तव्वजो नहीं दी।
गुटीय समीकरण के नजारे दिखे
कमलनाथ सरकार में शामिल विधायक जब मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ले रहे थे तो उनके आचार-व्यवहार ने कांग्रेस के गुटीय समीकरण दिखा दिए। पद और गोपनीयता की शपथ लेते समय मुख्यमंत्री कमलनाथ समर्थकों ने जहां अपने नेता के चरण स्पर्श किए तो सिंधिया समर्थकों में से अधिकांश शपथ के बाद बिना कोई औपचारिकता के कुर्सी पर बैठ गए।
कमलनाथ समर्थकों में सुखदेव पांसे ने पूरे झुकते हुए अपने नेता के चरण स्पर्श किए तो सज्जन सिंह वर्मा ने भी पैर छूए। जब प्रदीप जायसवाल शपथ ले रहे थे, तब वर्मा के कान में कमलनाथ ने कुछ कहा। हुकुम सिंह कराड़ा ने भी कमलनाथ के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कमलनाथ का हाथ जोड़कर अभिवादन किया, लेकिन शपथ के बाद वे मंच से उतरे और अति विशिष्ट दीर्घा में बैठे अपने नेता सिंधिया के पैर पकड़कर आशीर्वाद लिया। तोमर के इस बर्ताव के बाद कमलनाथ ने उन्हें सीट पर बैठने पर दो-तीन बाद नजरें घुमाकर भी देखा। युवा मंत्रियों ने अपने साथियों से गले मिलकर बधाई स्वीकारी।