Move to Jagran APP

ममता सरकार का अडियल रवैया, कहा- MHA के समन पर मुख्य सचिव और डीजीपी दिल्ली नहीं जाएंगे

अमित शाह ने नड्डा के काफिले पर हुए हमले के कुछ घंटे बाद ही राज्‍यपाल से स्थिति की रिपोर्ट मांगी थी। उन्‍होंने हमले को प्रायोजित हिंसा बताया था। बता दें कि इस हमले में कुछ नेताओं को चोट भी लगी है और काफिले में शामिल गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 12:52 PM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 07:19 PM (IST)
ममता सरकार का अडियल रवैया, कहा- MHA के समन पर मुख्य सचिव और डीजीपी दिल्ली नहीं जाएंगे
चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को 14 दिसंबर को तलब किया गया है

नई दिल्ली/ कोलकाता, एजेंसी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले पर हमले को लेकर गृह मंत्रालय द्वारा पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किए जाने पर राज्य सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वे दोनों दिल्ली नहीं जाएंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर स्पष्टीकरण देने के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है।

loksabha election banner

दरअसल, पश्चिम बंगाल में नड्डा के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार की सुबह उस समय हमला किया था जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने दक्षिण 24 परगना जिला स्थित डायमंड हार्बर जा रहे थे। भाजपा के सूत्रों के अनुसार, हमले में वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हो गए।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी न,ड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल के 24 परगना में पथराव की घटना को केंद्र ने गंभीरता से लिया है। इस घटना के मामले में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को 14 दिसंबर को तलब किया गया है। इधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर केंद्र को एक रिपोर्ट भी भेजी है। भाजपा इस घटना के लिए तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहरा रही है।

अमित शाह ने नड्डा के काफिले पर हुए हमले के कुछ घंटे बाद ही राज्‍यपाल से स्थिति की पूरी रिपोर्ट मांगी थी। उन्‍होंने इस हमले को प्रायोजित हिंसा बताया था। बता दें कि इस हमले में कुछ नेताओं को चोट भी लगी है और काफिले में शामिल गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। हमले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कार की विंडस्क्रीन पर पत्‍थर फेंके जा रहे हैं। एक तस्‍वीर भी सामने आई, जिसमें बड़ा-सा पत्‍थर कार की सीट पर पड़ा हुआ है और कांच टूटा हुआ है। बताया गया कि यह कार जेपी नड्डा के काफिले का हिस्सा थी।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले पर जिस तरह से हमला हुआ, वो बहुत निंदनीय है। गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मंगाई है, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ही ऐसा माहौल बना रही है, ये लोकतंत्र नहीं है। बाकी विपक्षी पार्टियां अब क्यों चुप हैं?

जगदीप धनखड़ की ओर से भेजी गई रिपोर्ट शुक्रवार को केंद्र को प्राप्त हुई है।अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बता दें कि एक दिन पहले ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर राज्य में हमला हुआ था, जिसके बाद रिपोर्ट तलब की गई थी। उन्होंने बताया कि नड्डा की दो दिवसीय पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान कथित सुरक्षा में गंभीर चूक को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की थी, लेकिन राज्य ने अभी तक रिपोर्ट नहीं दी है।

अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति के संबंध में राज्यपाल से रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट की सामग्री के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उसका अध्ययन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति और राजनीतिक हिंसा और अन्य अपराधों पर राज्य सरकार के रुख के बारे में विस्तृत रिपोर्ट दी है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, 'कल हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, वे हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने पर एक धब्बा हैं। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को शर्मिंदा किया। मैडम भारत एक है, भारत की आत्मा और नागरिकता एक है। ये जो खतरनाक खेल है कि कौन बाहरी है और कौन अंदरूनी, आप इसको त्याग दीजिए। आपने संविधान के तहत काम करने की शपथ ली है।'

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र डायमंड हार्बर में गुरुवार को नड्डा के काफिले पर हुए हमला हुआ था। इसका आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लग रहा है। इस घटना के बाद केंद्र ने राज्यपाल से रिपोर्ट तलब की थी। इससे पहले राज्यपाल धनखड़ ने छह दिसंबर को आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार कानून के राज और शासन से दूरी बना रही है और संविधान के रास्ते से अलग चल रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.