मुंबई ब्लास्ट के वांछित को गुजरात एटीएस ने पकड़ा, आतंकी हलारी मुंबई से जा रहा था दुबई
मुंबई सीरियल ब्लास्ट में मुनाफ हलारी की भूमिका विस्फोट के लिए इस्तेमाल किए गए तीन नए स्कूटरों की खरीद में सामने आई थी।
फैजान खान (मिड डे), मुंबई। देश के सबसे वांछित आतंकियों में से एक मूसा हलारी मुनाफ अब्दुल मजीद उर्फ मुनाफ को गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार कर लिया है। 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट में मुख्य आरोपित दुर्दात आतंकी मुनाफ को पाकिस्तानी पासपोर्ट के साथ मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया है। वह इस भीषण आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता टाइगर मेमन का करीबी रहा है।
नशीली दवाओं को जब्त करने के दौरान मुंबई एयरपोर्ट से पकड़ा गया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मुनाफ हलारी की गिरफ्तारी नशीली दवाओं की तस्करी के रैकेट पर धरपकड़ के दौरान मुंबई एयरपोर्ट से रविवार को देर रात हुई।
हलारी पाक पासपोर्ट पर अनवर के नाम से मुंबई से दुबई जा रहा था
वह पाकिस्तानी पासपोर्ट पर अनवर मुहम्मद के नाम से मुंबई से दुबई जा रहा था। उससे पहले जनवरी में गिरफ्तार हुए पांच अन्य पाकिस्तानी नागरिकों से पूछताछ में पता चला है कि पकड़ी गई ड्रग्स का जखीरा कराची के हाजी हसन का था, जो मुनाफ हलारी के संपर्क में है। हसन से वादा किया गया है कि गुजरात के तट से विस्फोटकों की तस्करी की जाएगी। आरोपित को अदालत में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।
मुनाफ हलारी मुंबई बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता मेमन का करीबी साथी है
गुजरात एटीएस के अनुसार एसीपी केके पटेल से उन्हें यह जानकारी मिली। वह 35 किलो की जब्त की गई हेरोइन के मामले में वांछित था। पिछले साल इसकी कीमत 180 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इसी मामले में एटीएस ने पांच पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था और मुनाफ को इस मामले में भी वांछित बताया गया था। गुजरात एटीएस के डीआइजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि वह पाकिस्तानी पासपोर्ट पर मुंबई के रास्ते नैरोबी से दुबई जा रहा था। मुनाफ हलारी मुंबई बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता टाइगर मेमन का करीबी साथी है। सीबीआइ ने उसके खिलाफ 1995 में रेड कार्नर नोटिस जारी किया था।
गुजरात एटीएस ने इस आतंकी का पाकिस्तानी पासपोर्ट जब्त कर लिया
शुक्ला ने बताया कि बम धमाकों के बाद वह पहले बैंकाक फरार हो गया था। फिर टाइगर मेमन (जिसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है) ने पाकिस्तानी प्रशासन की मदद से मुनाफ हलारी के लिए पाकिस्तानी पासपोर्ट का इंतजाम किया था। और फिर वह टाइगर की मदद से ही नैरोबी में बतौर पाकिस्तानी नागरिक बस गया था। रेड कार्नर नोटिस जारी होने के बावजूद वह इसी पाकिस्तानी पासपोर्ट पर दो बार भारत आ चुका था। हलारी पिछले बार भारत 2014 में आया था। तब वह पंजाब के अटारी-वाघा बार्डर से होकर मुंबई गया था। गुजरात एटीएस ने इस आतंकी का पाकिस्तानी पासपोर्ट जब्त कर लिया है।
गिरफ्त में ले सकती है मुंबई एसटीएफ
मूसा हलारी मुनाफ अब्दुल मजीद उर्फ मुनाफ उन दो दर्जन आरोपितों में से एक है, जिनकी 12 मार्च, 1993 के सिलसिलेवार विस्फोटकांड में मुंबई पुलिस को तलाश है। माना जा रहा है कि इस मामले की जांच के लिए बनी विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) गुजरात पुलिस से मुनाफ हलारी को जांच के लिए अपनी गिरफ्त में ले सकती है। यह पिछले 27 वषरें से फरार चल रहा था। गुजरात पुलिस द्वारा मुंबई एयरपोर्ट से की गई इसकी गिरफ्तारी के बाद नशीली दवाओं की तस्करी में इसकी भूमिका सहित मुंबई विस्फोट के भी कई रहस्यों से पर्दा उठ सकता है।
तीन स्कूटरों से मुंबई में कराए थे सीरियल ब्लास्ट
बाबरी ढांचा ढहाए जाने एवं उसके बाद मुंबई में हुए सांप्रदायिक दंगों की प्रतिक्रियास्वरूप 12 मार्च, 1993 को मुंबई में कराए गए सीरियल ब्लास्ट में 257 लोग मारे गए थे और करीब 1400 लोग घायल हुए थे। इन विस्फोटों में मुनाफ हलारी की भूमिका विस्फोट के लिए इस्तेमाल किए गए तीन नए स्कूटरों की खरीद में सामने आई थी। इन स्कूटरों की डिक्की में बम रखे गए थे जिसमें से एक झावेरी बाजार में फटा था और दो अन्य स्कूटर विस्फोट के बाद नायगांव और दादर में पहचाने गए थे। इन स्कूटरों पर स्टीकर की नंबर प्लेट लगी थी। इनके विक्रेताओं से पूछताछ के बाद इनके जिन खरीदारों का नाम सामने आया था, उनमें से एक था मूसा हलारी मुनाफ अब्दुल मजीद।