विश्वविद्यालयों और कालेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकार दिलाएगी ट्रेनिंग
अब सभी सुविधाएं राज्य विवि, निजी विवि और डीम्ड विवि को भी मिलेगी जो अब तक सिर्फ केंद्रीय विवि और संस्थानों को ही मिलती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने में जुटी सरकार ने एक और अहम कदम उठाने का फैसला लिया है। इसके तहत विश्वविद्यालयों और कालेजों में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को अब प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय और कालेजों के वरिष्ठ शिक्षक ही देंगे। इसके लिए सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में साल भर इंडक्शन प्रोग्राम चलाया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों को गुणवत्ता में शिक्षकों की योग्यता और उनके पढ़ाने के तरीके को काफी अहम माना गया है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को यह घोषणा देश भर के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और उच्च शिक्षण संस्थानों के निदेशकों के सम्मेलन के दौरान की। उन्होंने कहा कि इस बैठक में निजी और डीम्ड विवि के कुलपतियों को भी आमंत्रित किया था।
साथ ही कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है तो निजी और डीम्ड विवि को भी साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि अभी तक सरकारी और निजी विवि के बीच एक बड़ी खाई बनी हुई थी। अब वह सभी सुविधाएं राज्य विवि, निजी विवि और डीम्ड विवि को भी मिलेगी, जो अब तक सिर्फ केंद्रीय विवि और संस्थानों को ही मिलती है। इनमें शोध की भी सारी सहूलियतें शामिल होगी।
गुरू पूर्णिमा को आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत पहले सभी कुलपतियों और निदेशकों के सम्मान से की गई है। जावडेकर ने कहा कि देश में मौजूदा समय में उच्च शिक्षा का ग्रास इनरोल्डमेंट रेट करीब 26 फीसद है। जबकि अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित दुनिया के विकसित देशों में यह दर 60 या उससे अधिक है। उन्होंने कहा कि हमने भी तय किया है, अगले दो सालों में हम भी देश के उच्च शिक्षा के ग्रास इनरोल्डमेंट रेट को 40 फीसद पर पहुंचाएंगे।
उन्होंने कहा कि आज देश में शिक्षा में सुधार को लेकर जिस तरीके का माहौल बना है, उसमें हम दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी ताकत बन सकते है। विवि और कालेजों के प्रशिक्षण देने पर उन्होंने कहा कि जल्द इसको लेकर एक योजना जारी की जाएगी। उनका मानना है कि इससे शिक्षकों के पढ़ाने के स्तर में सुधार होगा। जिसका फायदा छात्रों को मिलेगा।