फरवरी में पेश होने वाले अंतरिम बजट के लिए सरकार ने उठाया ये कदम
आम चुनाव-2019 में जाने से पहले सरकार जनता को उसकी उपलब्धियां गिनाने की तैयारी कर रही है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आम चुनाव-2019 में जाने से पहले सरकार जनता को उसकी उपलब्धियां गिनाने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इस दिशा में कदम उठाते हुए अन्य मंत्रालय से उन कार्यक्रमों का ब्यौरा मांगा है जिसका जिक्र वित्त मंत्री अपने बजट भाषण में कर सकें।
सूत्रों ने कहा कि फरवरी में सरकार अंतरिम बजट पेश करेगी। चूंकि इस मौके पर सरकार कोई नयी घोषणा नहीं कर सकती इसलिए इस अवसर का इस्तेमाल सरकारी उपलब्धियों को गिनाने के लिए किया जायेगा। इसके लिए सभी मंत्रालयों और विभागों से इनपुट मांगा गया है। सभी मंत्रालयों को 15 नवंबर तक इनपुट देने को कहा गया था। अधिकांश मंत्रालयों और विभागों ने अपना इनपुट भेज दिया है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार अंतरिम बजट के अवसर पर परोक्ष रूप से पांच साल के शासन का लेखा-जोखा जनता के समक्ष रख देगी। साथ ही पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल से तुलना करते हुए अर्थव्यवस्था की तस्वीर भी पेश की जाएगी। इसके अलावा न्यू इंडिया बनाने के लिए मोदी सरकार के विजन की भी विस्तार से चर्चा की जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि जिन कार्यक्रमों की उपलब्धियों पर विशेष फोकस किया जा सकता है उनमें आयुष्मान भारत कार्यक्रम, प्रधानमंत्री जन धन योजना, मुद्रा योजना, कौशल विकास कार्यक्रम और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे लोकलुभावन कार्यक्रम प्रमुख हैं। इसके अलावा स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत बनाए गए शौचालयों और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों का विशेष रूप से जिक्र वित्त मंत्री कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री एक फरवरी को अगले वित्त वर्ष के लिए लेखानुदान की मांगें यानी अंतरिम बजट पेश करेंगे। मौजूदा सरकार के पास जनादेश सिर्फ मई तक का है इसलिए यह अंतरिम बजट होगा।
अगले साल मई में आम चुनाव के बाद जो भी सरकार आएगी वह पूर्ण बजट पेश करेगी। मोदी सरकार के सत्ता में आने से पूर्व आम बजट फरवरी के अंतिम दिन पेश किया जाता था लेकिन अब इसे फरवरी के पहले दिन पेश किया जाने लगा है।