Goa विधानसभा चुनाव 2022: चुनावी मैदान में शिवसेना-राकांपा साथ-साथ, लौरेन्को ने दिया टीएमसी को झटका
शिवसेना और राकांपा ने आगामी गोवा विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है। गोवा विधानसभा चुनावों में शिवसेना 10 से 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 18 जनवरी को सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। उसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
मुंबई, प्रेट्र: शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने आगामी गोवा विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है। गोवा विधानसभा चुनावों में शिवसेना 10 से 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 18 जनवरी को सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि शिवसेना और राकांपा ने गोवा विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने का फैसला लिया है। राकांपा के नेता प्रफुल्ल पटेल 18 जनवरी को गोवा में सीट बंटवारे के फार्मूले पर चर्चा करने के लिए गोवा आएंगे। उसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
चुनावी मैदान साथ-साथ शिवसेना और राकांपा
संजय राउत ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आम आदमी पार्टी (आप) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप और टीएमसी गोवा में सत्ता पाने का सपना देख रहे हैं। राउत ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना फैल रहा है और अरविंद केजरीवाल गोवा में घर घर अभियान में व्यस्त हैं।
एक महीने बाद ही लौरेन्को ने टीएमसी छोड़ी
गोवा के पूर्व विधायक अलेइक्सो रोगिनाल्डो लौरेन्को ने रविवार को ममता बनर्जी की अगुआई वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को भी अलविदा कह दिया। एक महीने पहले ही वह कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे। यह कदम उन्होंने राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले उठाया है। लौरेन्को कोर्टोरिम से विधायक थे। दिसंबर में जिस समय उन्होंने कांग्रेस और राज्य विधानसभा से इस्तीफा दिया था उस समय वह गोवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष थे। अपने फैसले की सूचना देने के लिए ममता को भेजे गए पत्र में तृणमूल छोड़ने का उन्होंने कोई कारण नहीं बताया है। इस बीच भाजपा से कांग्रेस में आए नेता मिशेल लोबो ने लौरेन्को को कांग्रेस में लौटने का आमंत्रण दिया है। लौरेन्को ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। गोवा विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान कराया जाएगा। जिसके बाद मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।