एक वियतनामी के रूप में अगला जन्म लेना चाहते थे जॉर्ज फर्नांडिस
जॉर्ज फर्नांडिस वियतनामी लोगों को एक अनुशासित, प्रतिबद्ध और दृढ़ निश्चयी मानते थे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आज से लगभग डेढ़ दशक पहले बेंगलुरु में कर्नाटक प्लांटर्स एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिवंगत नेता जॉर्ज फर्नांडिस ने कहा था कि अगले जन्म में मैं एक वियतनामी के रूप में जन्म लेना चाहूंगा।
उन्होंने वियतनामी लोगों को एक अनुशासित, प्रतिबद्ध और दृढ़ निश्चयी व्यक्ति के रूप में वर्णित किया था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस ने कहा था कि मैं वियतनाम का प्रशंसक हूं। वहां के लोग अपनी प्रतिबद्धता के लिए मरने को तैयार रहते हैं। अगर पूनर्जन्म जैसी कोई चीज है तो मैं अगले जन्म वियतनामी के रूप में पैदा होना चाहूंगा।
फर्नांडिस वियतनाम का दौरा करने वाले भारत के पहले रक्षा मंत्री थे। तीस लाख वियतनामी अमेरिका, फ्रांस और चीन के साथ संघर्ष में मारे गए थे।
जॉर्ज फर्नांडिस के अनुसार , वियतनाम प्रति व्यक्ति आय में भारत को पीछे छोड़ रहा था। यह सभी तबाही के बाद था जिससे वियतनाम गुजरा था। उन्होंने एक उदाहरण के रूप में वियतनाम का हवाला दिया कि कैसे एक देश 100 साल आगे की सोच सकता है।
एक नजर में राजनीतिक सफर
-नौ बार लोक सभा सदस्य रहे। साथ ही रेलवे, उद्योग और रक्षा जैसे कई विभागों के मंत्री रहे।
-1967 में पहली बार लोक सभा के सदस्य बने।
-1998 से 1999 तक और फिर 1999 से 2001 तक भारत सरकार में रक्षा मंत्री रहे। वह उत्तरी में सियाचिन ग्लेशियर की अपनी लगातार यात्राओं के लिए जाने जाते थे।
-भारत में लगी इमरजेंसी के समय जेल गए। इंदिरा गांधी को हराने के बाद जनता पार्टी की नेतृत्व वाली पहली गैर कांर्ग्रेसी सरकार में उद्योग मंत्री रहे।
-1977 में जब जनता पार्टी ने आम चुनाव जीता, तब जॉर्ज फर्नांडिस जेल में थे। उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर से जीत हासिल की थी।