लोकसभा के आखिरी सत्र में मेजों की गूंज में दिखी भावी सियासत की गरमा-गरमी
राफेल और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र होते ही सत्ता पक्ष ने अपनी तालियों की गूंज की ताकत में विपक्ष की आवाज को गुम करने का संदेश देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सोलहवीं लोकसभा के आखिरी सत्र के संयुक्त अधिवेशन में सियासी मुद्दों की गरमी की तपिश राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान मेजों की थपथपाहट के रुप में जमकर गूंजी। तालियों की गूंज सियासत के मैदान से लेकर संसद में सरकार और विपक्ष के बीच जारी जंग की गरमी का सबूत दे रहे थे। राफेल और सर्जिकल स्ट्राइक का अभिभाषण में जिक्र होते ही सत्ता पक्ष ने अपनी तालियों की गूंज की ताकत में विपक्ष की आवाज को गुम करने का संदेश देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सीमा पार आतंकवाद से मुकाबले के लिए देश की रीति और नीति बदलने की बात कहते हुए राष्ट्रपति ने जब सर्जिकल स्ट्राइक को इस बदलाव का प्रमाण बताया तो सत्तापक्ष के सांसदों की मेजों की थाप की आवाज से केंद्रीय कक्ष गूंज उठा।
कुछ क्षण तक यह गूंज सुनाई देती रही। मगर जब सरकार और विपक्ष के बीच सियासी जंग का बड़ा मसला बना राफेल जेट का कोविंद ने उल्लेख किया तो मानो भाजपा के तमाम सांसदों ने मेज थपथपाने की सारी उर्जा इसी के लिए बचा रखी थी। तालियों की यह गूंज इतनी देर तक चली कि राष्ट्रपति को भी कुछ क्षण के लिए संबोधन को विराम देना पड़ा। थपथपाहटों की यह गूंज चुनाव में सियासी गरमा-गरमी के भावी तापमान की ओर भी इशारा कर रही थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ केंद्रीय कक्ष की पहली पंक्ति में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सत्ता पक्ष के प्रमुख चेहरे थे। तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व एचडी देवेगौडा, गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे पहली पंक्ति में विपक्ष की नुमाइंदगी कर रहे थे। सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को दूसरी पंक्ति में सीट मिली थी।
अभिभाषण के दौरान सरकार की जब उपलब्धियां गिनाई जा रही थी तो कई मौकों पर राहुल गांधी अपने पीछे बैठे कांग्रेस नेता आनंद शर्मा से चर्चा करते नजर आए। अभिभाषण खत्म होने के बाद राष्ट्रपति ने पीएम मोदी समेत पहली पंक्ति में बैठे सभी वरिष्ठ नेताओं से जाकर हाथ मिलाया।
सदन से बाहर जाते राष्ट्रपति की नजर जब दूसरी पंक्ति में खड़े शरद पवार पर पड़ी तो वे तत्काल रुक गए और एनसीपी नेता से गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए हालचाल पूछा। पीएम मोदी ने भी पवार के अलावा मुलायम और टीएमसी नेता सुदीप बंधोपाध्याय का अभिवादन स्वीकार करते हुए उनकी ओर हाथ बढ़ाया।