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जेटली का पलटवार, कहा- राफेल और एनपीए पर झूठ बोल रहा है 'मसखरा शहजादा'

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एनपीए और राफेल के मुद्दे को लेकर फेसबुक पर पोस्ट लिखी और कहा राहुल दोनों मामलों में झूठ बोल रहे हैं।

By Vikas JangraEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 06:05 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 11:10 AM (IST)
जेटली का पलटवार, कहा- राफेल और एनपीए पर झूठ बोल रहा है 'मसखरा शहजादा'
जेटली का पलटवार, कहा- राफेल और एनपीए पर झूठ बोल रहा है 'मसखरा शहजादा'

नई दिल्ली [जेएनएन]। राफेल और एनपीए के मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार हमला बोल रहे हैं। वहीं, भाजपा भी इस मामले में पीछे हटती दिखाई नहीं दे रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्हें 'क्लाउन प्रिंस' यानी 'मसखरा शहजादा' करार दिया है। जेटली का कहना है कि राहुल, मोदी सरकार के 15 उद्योगपतियों का ढाई लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ करने के बारे में झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि भाजपा सरकार ने किसी भी उद्योगपति का एक भी पैसा कर्ज माफ नहीं किया है। 

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जेटली ने फेसबुक पर 'फाल्सहुड ऑफ ए क्लाउन प्रिंस' शीर्षक से लेख में कहा कि लोन लेने वालों के डिफॉल्ट करने पर भी पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने एनपीए को छुपाकर रखा। राहुल गांधी की हकीकत तो यह है कि यूपीए सरकार ने बैंकों को लूटने दिया। लोन देते समय छानबीन नहीं की गयी। उस समय की सरकार इस अपराध में भागीदार थी।

जेटली ने राहुल गांधी पर झूठ गढ़ने और इसे बार-बार दोहराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'परिपक्व लोकतंत्र में जो असत्यता पर भरोसा करते हैं वे सार्वजनिक जीवन के लिए अनफिट होते हैं। कई लोग राजनीति से इसलिए गायब हो गए क्योंकि उन्हें झूठ बोलते हुए पकड़ लिया गया था।' हालांकि यह नियम कांग्रेस जैसे वंशवादी संगठन पर लागू नहीं हो सकता।

जेटली ने कहा कि राफेल पर राहुल गांधी ने पहला झूठ गढ़ा। उन्होंने दूसरा झूठ यह गढ़ा कि मोदी सरकार ने 15 उद्योगपतियों का ढाई लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ कर दिया है। राहुल गांधी ने जितनी बार भी यह वाक्य दोहराया, उन्होंने झूठ बोला।

जेटली ने देश के बारह बड़े डिफॉल्टरों- भूषण स्टील व एस्सार स्टील का जिक्र करते हुए कहा कि यूपीए के नेता दावा कर रहे हैं कि 2014 में जब उनकी सरकार सत्ता से गयी उस समय एनपीए की राशि 2.5 लाख करोड़ रुपये थी जबकि हकीकत यह है कि उस समय एनपीए छुपा कर रखे गए थे। रिजर्व बैंक ने जब 2015 में असेट क्वालिटी रिव्यू किया तब पता चला कि वास्तव में एनपीए की राशि 8.96 लाख करोड़ रुपये थी। यूपीए सरकार के कार्यकाल में एनपीए की वास्तविक राशि को छुपा कर रखा गया था।

जेटली ने कहा कि यूपीए सरकार ने कभी एपीए की रिकवरी के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाया। जेटली ने कहा कि 2014-15 के बाद एनपीए में इसलिए वृद्धि नहीं हुई कि अधिक पैसा उधार दिया गया बल्कि यह इसलिए वृद्धि हुई कि पहले से बकाया राशि पर ब्याज बढ़ता गया। कई डिफॉल्टरों के खातों को रिस्ट्रक्चर कर दिया गया। यूपीए सरकार के दौरान इन खातों को एनपीए घोषित नहीं किया। मोदी सरकार ने दिवालियेपन पर कानून बनाकर इन कर्जो को वसूलने के लिए प्रभावी कदम उठाए।

जेटली ने कहा कि राहुल ने राफेल डील पर झूठ बोला। एनपीए पर झूठ बोला। तथ्यों को गढ़ने के उनके स्वभाव से एक वाजिब सवाल उठता है कि जिन लोगों के स्वभाव में असत्यता है क्या उन्हें जन चर्चा में शामिल होना चाहिए। जेटली ने कहा कि 'विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को गंभीरता से आत्ममंथन करना चाहिए कि क्या सार्वजनिक विमर्श को एक 'मसखरे शहजादे' के असत्य कथनों से प्रदूषित होना चाहिए?'


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