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EIA 202राहुल गांधी पर जावड़ेकर का निशाना, बोले- आपत्ति जताने वालों ने लिए 'परामर्श के बिना बड़े फैसले'

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA 2020) अधिसूचना के विरोध पर निशाना साधा है।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 02:55 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 02:55 PM (IST)
EIA 202राहुल गांधी पर जावड़ेकर का निशाना, बोले- आपत्ति जताने वालों ने लिए 'परामर्श के बिना बड़े फैसले'
EIA 202राहुल गांधी पर जावड़ेकर का निशाना, बोले- आपत्ति जताने वालों ने लिए 'परामर्श के बिना बड़े फैसले'

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर  पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA 2020) अधिसूचना के विरोध पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपत्ति जताने वालों ने अपने शासनकाल में 'परामर्श के बिना बड़े फैसले' लिए। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट किया था कि ईआईए मसौदे को 'विनाशकारी' और लोगों से इसका विरोध करने का आग्रह किया था। जावड़ेकर ने कहा 'कुछ नेताओं ने ईआईए मसौदे के विरोध की मांग की। वे मसौदे का विरोध कैसे कर सकते हैं? यह अंतिम अधिसूचना नहीं है। कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण इसे लेकर सार्वजनिक परामर्श के लिए नियमानुसार 60 दिन की जगह 150 दिन दिए गए हैं।'

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जावड़ेकर ने कहा , 'ईआईए मसौदे को लेकर हमें हजारों सुझाव मिले हैं, जिनका हम स्वागत करते हैं। हम उन सुझावों पर विचार करेंगे। फिर कोई फैसला लेंगे और अंतिम ड्राफ्ट के साथ आएंगे। इसलिए सिर्फ ड्राफ्ट आने पर उझलने वाले लोग उचित व्यवहार नहीं कर रहे। जो लोग अब विरोध करना चाहते हैं, उनके शासन के दौरान परामर्श के बिना कई बड़े फैसले हुए। यह अनावश्यक और समय से पहले है। मैंने इसका उल्लेख कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश को लिखे पत्र में किया है।'

राहुल गांधी ने क्या कहा

'मालूम हो कि राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट कर कहा, 'यह ईआईए 2020 का मसौदा 'विनाशकारी' है। यह उन समुदायों की आवाज को चुप करने का प्रयास है , जो पर्यावरण को होने वाले इस नुकसान से सीधे प्रभावित होंगे।मैं हर भारतीय से इसके खिलाफ विरोध करने का आग्रह करता हूं। ' कांग्रेस नेता ने सरकार से इस ड्राफ्ट को वापस लेने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे पर्यावरण विनाश और लूट को बढ़ावा मिलेगा। पर्यावरण मंत्रालय ने इस साल मार्च में मसौदा ईआईए अधिसूचना जारी की थी और इस पर जनता से सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इसके तहत विभिन्न परियोजनाओं के लिये पर्यावरण मंजूरी देने के मामले आते हैं।


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