तमिलनाडु: नए मुख्यमंत्री स्टालिन ने संभाला कार्यभार, कोरोना राहत के तहत हर परिवार को 4,000 रुपये देने का फैसला
पूरे दस साल बाद तमिलनाडु की सत्ता में वापसी करते हुए द्रमुक ने इस बार के विधानसभा चुनावों में 133 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस समेत उसके अन्य सहयोगियों को 234 सदस्यीय विधानसभा में कुल 159 सीटें हासिल हुई।
चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद एम.के.स्टालिन ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाला। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी। द्रमुक (DMK) पार्टी के प्रमुख एमके स्टालिन को मुख्यमंत्री के पद की शपथ गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित ने दिलाई। चेन्नई के राजभवन में आयोजित किए गए शपथग्रहण समारोह से पहले गुरुवार को स्टालिन ने नए मंत्रिमंडल के लिए 34 नामों की घोषणा कर दी थी। शपथ ग्रहण के बाद चेन्नई स्थित राजभवन के बाहर पार्टी समर्थकों ने खुशी मनाई।
कार्यभार संभालते ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने कोरोना राहत के रूप में हर परिवार को 4,000 रुपये प्रदान करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए। 2,000 रुपये की पहली किस्त मई महीने में दी जाएगी।
Chennai: DMK Chief MK Stalin takes oath as the Chief Minister of Tamil Nadu.
He is being administered the oath by Governor Banwarilal Purohit pic.twitter.com/e8IZT1aNFz— ANI (@ANI) May 7, 2021
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ 33 मंत्रियों ने पद की शपथ ग्रहण की। इसमें 19 पूर्व मंत्री और 15 नए चेहरे शामिल हुए। इसके अलावा शपथ लेने वालों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। तमिलनाडु गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) ने गुरुवार को स्टालिन द्वारा प्रस्तावित विधायकों के नाम पर मुहर लगा दी। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ मिली जीत के बाद स्टालिन का पूरा नाम मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन है। वर्ष 2009 से वर्ष 2011 के बीच तमिलनाडु के पहले उपमुख्यमंत्री बने। उनके पिता एम करुणानिधि के निधन के बाद बाद 28 अगस्त 2018 को, स्टालिन को आम सहमति से द्रमुक पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया।
पूरे दस साल बाद तमिलनाडु की सत्ता में वापसी करते हुए द्रमुक ने इस बार विधानसभा चुनावों में 133 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस समेत उसके अन्य सहयोगियों को 234 सदस्यीय विधानसभा में कुल 159 सीटें हासिल हुई। दूसरी ओर दस साल तक राज्य में शासन करने वाली अन्नाद्रमुक (AIADMK) ने 66 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि उसकी सहयोगी पार्टी भाजपा को 4 और पीएमके को 5 सीटें मिली हैं।