दिग्विजय सिंह का BJP पर हमला, बोले- रामविलास पासवान की विरासत को तबाह किया, नीतीश कुमार का कद घटाया
दिग्विजय सिंह ने कहा भाजपा ने रामविलास पासवान की विरासत को तबाह किया। नीतीश कुमार का कद घटाया। कांग्रेस नेता ने पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी पर भी एक बयान दिया। उन्होंने कहा आज देश में एक मात्र नेता राहुल गांधी हैं जो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं।
भोपाल, एएनआइ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बिहार में स्वर्गीय रामविलास पासवान की विरासत को नष्ट करने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कद को कम करने का आरोप लगाया है। मध्यप्रदेश के उपचुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में हारने के बाद, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट करते हुए कहा, 'भाजपा ने अपनी रणनीति से नीतीश के कद को कम कर दिया है और रामविलास पासवान जी की विरासत को समाप्त कर दिया है।'
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बुधवार को 125 के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखी। हालांकि, 137 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाले चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) केवल एक सीट हासिल करने में सफल रही। सिंह ने नीतीश कुमार को बिहार छोड़कर राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करने की सलाह भी दी है।
राज्यसभा सांसद ने लिखा, 'नीतीश जी, बिहार आपके लिए छोटा हो गया है। आपको राष्ट्रीय राजनीति में शामिल होना चाहिए। सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एकमत करने में मदद करते हुए संघ की अंग्रेजों के द्वारा पनपाई 'फूट डालो और राज करो' की नीति ना पनपने दें। विचार करें।' सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता (राजद) तेजस्वी यादव को भी 75 सीटों पर जीत दिलाकर शानदार प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है तेजस्वी यादव की पार्टी।
कांग्रेस नेता ने पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी पर भी एक बयान दिया। उन्होंने कहा, 'आज देश में एक मात्र नेता राहुल गांधी हैं जो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं। NDA के सहयोगी दलों को समझना चाहिए राजनीति, विचारधारा की होती है। जो भी व्यक्ति अपनी महत्वाकांक्षा के कारण विचारधारा को छोड़कर अपने स्वार्थ के लिए समझौता करता है वह अधिक समय तक राजनीति में जिंदा नहीं रहता।'