रिटायरमेंट से पहले ही डीजी की मांग, योजना आयोग का उपाध्यक्ष बना दीजिए मुख्यमंत्री जी
मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में उन्होंने खाली पड़े संवैधानिक पद पर उनकी नियुक्ति की मांग की है। 2019 के चुनाव के प्रचार-प्रसार में भी सक्रिय सहयोग करने की मंशा जाहिर की है।
लखनऊ (जेएनएन)। नौकरशाह सेवानिवृति के बाद राजनीति करते हैं। किताब भी लिखते हैं और तब उस सिस्टम की भत्र्सना करते हैं जिससे कम से कम तीन दशक तक वह फायदे लेते रहे लेकिन, उसे सुधारने के लिए कुछ न किया। उन्हें रिटायरमेंट के बाद कोई सरकारी पद भी चाहिए ताकि उनके राजसी ठाठ कायम रहें। इस बार किसी बड़े पद पर सवार होकर समाजसेवा की इच्छा होमगाड्र्स महानिदेशक डॉ.सूर्य कुमार शुक्ला ने जताई है।
31 अगस्त को रिटायर हो रहे डॉ. शुक्ला को समाजसेवा करने के लिए चार प्रमुख पदों में कोई एक चाहिए। या तो सरकार उन्हें योजना आयोग (अब नीति आयोग) का उपाध्यक्ष बना दे या खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, राज्य समाज कल्याण बोर्ड अथवा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में किसी एक का अध्यक्ष बना दे। उन्होंने अपनी यह इच्छा किसी और से नहीं खुद मुख्यमंत्री से व्यक्त की है और इस निमित्त उन्हें बाकायदा एक पत्र भी लिख दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल यह पत्र 23 जुलाई को लिखा गया था। इसमें वह यह भी लिख गए कि 2019 के आम चुनाव में वह मुख्यमंत्री का सक्रिय सहयोग करना चाहते हैं।
पत्र पर 'जागरण ने उनकी प्रतिक्रिया चाही तो उनका जवाब था कि, 'यह व्यक्तिगत पत्र है और मैंने कोई नियमों का उल्लंघन तो किया नहीं। यह कहने पर कि आप रिटायरमेंट के बाद चाहे जिस दल को ज्वाइन करें लेकिन, अभी आप सरकारी नौकरी कर रहे हैं, उनका जवाब था कि 'पत्र में 2019 में भाजपा को सहयोग वाला अंश लगता है किसी ने शरारत करके जोड़ दिया है। बाकी पत्र उन्होंने माना कि उनका लिखा हुआ है।
डॉ. शुक्ला लिखते हैं कि, 'मुख्यमंत्री जी मैं आपको मार्गदर्शक व आदर्श मानते हुए सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक कार्य करना चाहता हूं। पत्र यह भी कहता है कि उन्हें जो पेंशन मिलेगी, वह उनके व परिवार के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त होगी। उन्होंने 'जागरण से कहा कि 'यदि शासन, सामाजिक संगठन अथवा राजनीतिक संगठन की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो वह समाजसेवा के लिए तैयार हैं।
31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं शुक्ला
डीजी होमगार्ड्स डॉ. शुक्ला 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। मुख्यमंत्री को संबोधित डॉ. शुक्ला का पत्र वायरल हुआ है, जिसने नए विवाद खड़े कर दिए हैं। पत्र में कहा गया है कि वह मुख्यमंत्री को मार्गदर्शक और आदर्श मानते हुए सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक कार्य करना चाहते हैं। शुक्ला ने लिखा है, 'मुझे आपके संगठन के कार्यों तथा विचारधारा में पूर्ण निष्ठा और विश्वास है। यह भी कहा है कि उन्हें जो पेंशन मिलेगी, वह उनके और परिवार के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त होगी।''
पत्र के जरिए डॉ.शुक्ला ने उपाध्यक्ष योजना आयोग, अध्यक्ष खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, अध्यक्ष राज्य समाज कल्याण बोर्ड अथवा अध्यक्ष उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के खाली पदों में किसी एक पर उनकी नियुक्ति की मांग तक कर डाली है।
नमामि गंगे और राम मंदिर को लेकर भी रहे हैं चर्चा में
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व होमगार्ड्स विभाग ने नमामि गंगे यात्रा का बड़ा आयोजन किया था। डॉ.शुक्ला बतौर डीजी होमगार्ड्स विभिन्न कार्यक्रमों में इसे अपनी और विभाग की बड़ी उपलब्धि के रूप में प्रचारित करते रहे हैं। फरवरी माह में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में तो डॉ. शुक्ला डीजी के पद पर रहते हुए राममंदिर निर्माण का संकल्प दोहराते भी नजर आए थे।
इस वीडियो को लेकर भी एक आइपीएस अधिकारी के इस प्रकार सार्वजनिक कार्यक्रम में धार्मिक संकल्प को सेवानियमावली और आचरण के विपरीत माना गया था। दूसरी ओर डॉ. शुक्ला वायरल पत्र को लेकर सीधे बात करने से कतरा रहे हैं। डॉ. शुक्ला का कहना है कि यदि शासन, किसी सामाजिक संगठन अथवा राजनीतिक संगठन की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो वह सामाज सेवा के लिए तैयार हैं। अभी वह शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं और समाज की भलाई के लिए उनसे जो सहयोग होगा, वह करेंगे।