Parliament Session: संसद में बारिश-ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को फौरी मदद की उठी मांग
Parliament Session सपा के वरिष्ठ सदस्य रेवती रमण सिंह ने भी ओलावृष्टि से विशेषकर पूर्वी उत्तरप्रदेश के जिलों में फसलों की बर्बादी का मुद्दा उठाया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बेमौसम बरसात के साथ भारी ओलावृष्टि से देश भर में रबी फसलों को हुए भारी नुकसान को लेकर राज्यसभा में तमाम सदस्यों ने गंभीर चिंता जताई। ओलावृष्टि से किसानों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने की बात कहते हुए केंद्र सरकार से तत्काल क्षति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम राज्यों में भेजने की मांग की गई। साथ ही किसानों को फसल बीमा योजना के तहत फौरी मदद की मांग भी उठाई गई।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सदस्य हरनाथ सिंह ने उत्तरप्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से हुए भारी नुकसान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस आपदा ने खेतों में लगभग तैयार खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से उत्तरप्रदेश के कई जिलों में बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हुई और किसानों पर यह दोहरी मार है। इसीलिए केंद्र सरकार को तत्काल सूबे के सभी जिलों में फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए टीम भेजनी चाहिए। ताकि नुकसान का आकलन कर किसानों को मदद दी जा सके। भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि सरकार को बीमा कंपनियों को विशेष रुप से निर्देश देना चाहिए कि वे ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन कर किसानों को बीमा राशि का तुरंत भुगतान करें।
सपा सांसद ने उठाया फसल बर्बादी का मुद्दा
सपा के वरिष्ठ सदस्य रेवती रमण सिंह ने भी ओलावृष्टि से विशेषकर पूर्वी उत्तरप्रदेश के जिलों में फसलों की बर्बादी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा मार्च के महीने में इतनी भारी बारिश हतप्रभ करने वाली रही है जिसने तैयार खड़ी गेहूं और सरसों आदि की फसलों को तबाह कर दिया है। किसानों के पास कुछ बचा नहीं है और ऐसे में केंद्र सरकार को तत्काल नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा देना चाहिए।
दिल्ली के बाहरी इलाकों में भी किसानों का नुकसान
बेमौसमी बरसात से देश के कई इलाकों में फसलों को हुए नुकसान पर जताई गई चिंता से सहमति जताते हुए भाजपा सांसद विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली के बाहरी इलाकों में भी किसानों का भारी नुकसान हुआ है। फसल लगभग तैयार थी और अगले 15 दिनों में कटने वाली मगर ओलावृष्टि ने खेतों में तबाही का मंजर खड़ा कर दिया है। इस बर्बादी के बाद किसानों की आंख में आंसू है। दिल्ली में 50 हजार परिवार खेती पर आश्रित है और इस हालत से उबारने के लिए किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को प्रभावित किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा देना चाहिए। गोयल के किसानों का मुद्दा उठाने पर सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि यह अच्छी बात है कि शहर के लोग भी गांवों और किसानों के बारे में सोचते हैं।