रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लॉन्च किया 'आत्मनिर्भरता सप्ताह', CDS जनरल बिपिन रावत भी रहे मौजूद
सत्र के दौरान रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे।
नई दिल्ली, एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 'आत्मनिर्भरता सप्ताह' को लॉन्च किया है। रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी इस सत्र के दौरान मौजूद रहे। राजनाथ सिंह ने 'आत्मानिभारत सप्ताह' के हिस्से के रूप में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'मेक इन इंडिया के लिए अवसर' नामक एक पोर्टल लॉन्च किया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ये पोर्टल उन सभी मदों की जानकारी मुहैया कराएगा जिनका वर्तमान में डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग,ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड आयात करते हैं या फिर आगे आयात करने की योजना है।
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा था कि भारत अपने सैन्य उपकरणों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों और विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर नहीं रह सकता और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता अन्य क्षेत्र से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। सिंह ने यह बात सार्वजनिक क्षेत्र के कई रक्षा उपक्रमों और आयुध निर्माणी बोर्ड द्वारा लाए गए कई नए उत्पादों को लांच करते हुए कही थी।
उन्होंने कहा था कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। यह हम सभी जानते हैं कि जो राष्ट्र अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं, वे वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत छवि बनाने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा था कि हम अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों, विदेशी आपूर्तिकर्ताओं और विदेशी रक्षा उत्पादों पर निर्भर नहीं हो सकते हैं। यह मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों और भावनाओं के अनुकूल नहीं है। रक्षा मंत्री ने इस दौरान नाग मिसाइल वाहक की प्रतिकृति, 8.6x70 एमएम स्नाइपर राइफल की प्रतिकृति, पानी में रिमोट से संचालित वाहन का अनावरण किया था।
वहीं, राजनाथ सिंग ने रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' होने की दिशा में 101 तरह के हथियार, तोप, एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर, राइफल और समुद्री-जहाज के आयात पर रोक लगाए जाने की बात स्वीकारते हुए कहा था कि 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का विजन, इस महामारी के कठिन समय में, न केवल आर्थिक वृद्धी के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि उससे कहीं अधिक हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक विजन है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि अगह हम भारत में चीजों (हथियार) के निर्माण में सक्षम हो गए तो देश की काफी पूंजी बचेगी। इस बची हुई पूंजी से रक्षा से जुड़े देश के लगभग 70000 एमएसएमई को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
उम्मीद लगाई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्र के नाम संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के लिए नई रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे। इस बार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार को जानकारी दी थी। रक्षा मंत्री ने कहा था कि पीएम के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की दिशा में बड़े और कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार देश के आत्मसम्मान एवं संप्रभुता को किसी हाल में नुकसान नहीं पहुंचने देगी।