बोफोर्स की जगह ‘धनुष’ तोप होगी सेना में शामिल, रक्षा मंत्रालय ने दी निर्माण की अनुमति
ओएफबी और भारतीय सेना के संयुक्त उपक्रम में पहली बार लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली 155एमएम X 45 कैलीबर की स्वदेशी तोपों का निर्माण हो रहा है।
नई दिल्ली (एएनआई)। रक्षा मंत्रालय ने ऑर्डिनेंस फैक्टरी बोर्ड (ओएफबी) को लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली 114 ‘धनुष’ तोप के निर्माण की अनुमति दे दी है। ओएफबी और भारतीय सेना के संयुक्त उपक्रम में पहली बार लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली 155एमएम X 45 कैलीबर की स्वदेशी तोपों का निर्माण हो रहा है। बोर्ड की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस तोप में स्वचालित तरीके से गोले भरने, जड़त्वीय नौवहन आधारित देखने की प्रणाली समेत कई आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं।
इन तोपों में लगी प्रोपल्शन इकाइयां इन्हें आसानी से पहाड़ी क्षेत्रों में तैनाती के काबिल बनाती हैं। उसमें कहा गया है कि ‘धनुष’ को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से उन्नत बनाया गया है ताकि वह सटीक निशाना लगा सके, मौजूदा तोपों में गोले भरने की गति तेज हो सके और विभिन्न प्रकार के हथियारों/गोलों के साथ वह काम कर सके। बोर्ड का कहना है कि ‘धनुष’ की क्षमता का परीक्षण कई परिस्थितियों में किया गया है।
बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय से जीसीएफ फैक्ट्री जबलपुर को 114 धनुष तोप बनाने का आर्डर मिला है। धनुष तोप बोफोर्स तोप का स्वेदशी और आधुनिक संस्करण है और इसे जीसीएफ फैक्ट्री में ही तैयार किया गया है।
कारगिल युद्ध के दौरान अपनी उपयोगिता साबित कर चुकी बोफोर्स की तुलना में यह बेहतर तोप है जो न सिर्फ ज्यादा दूरी तक मार कर सकती है बल्कि पूरी तरह स्वचलित भी है। इसका सॉफ्टवेयर भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड ने तैयार किया है, जो अन्य तोपों की तुलना में कई गुना आधुनिक और सुरक्षित है।
धनुष 155 एमएम/ 45 कैलिबर गन है। इसका बैरल बोफोर्स की तुलना में बढ़ा है जिस कारण यह अधिक दूरी तक गोला फेंककर मार करने में सक्षम है। यह जमीन से जमीन पर और जमीन से आसमान में तकरीबन 38 से 40 किमी दूर तक सटीक निशाना लगाती है। इसका निशाना भी बोफोर्स की तुलना में अचूक है।
पहले साल में तैयार करेंगे 18 तोप
रक्षा मंत्रालय द्वारा 114 नई तोप बनाने का आर्डर मिलने के बाद जीसीएफ ने इसके निर्माण को लेकर शेड्यूल बनाने की तैयारी कर दी है। जीसीएफ प्रबंधन के मुताबिक वर्तमान कैपेसिटी के मुताबिक वे पहले साल में 18 तोपों का निर्माण कर सकती है। जैसे-जैसे निर्माण शुरू होगा, रॉ मटेरियल की उपलब्धता और क्षमता में भी वृद्धि होगी।
बोफोर्स से क्यों बेहतर है धनुष
बोफोर्स
1. मारक क्षमता -25 से 28 किमी
2. लागत -30 से 50 करोड़
3. सिस्टम : सेमी ऑटोमैटिक
4. मौसम का असर : तेज ठंड और गर्मी में निशाने का चूकना
5. मूवमेंट कैसा : वजन ज्यादा, मूवमेंट में दिक्कत।
धनुष
1. मारक क्षमता -38 से 40 किमी
2. लागत -15 करोड़
3. सिस्टम -फुली ऑटोमैटिक
4. मौसम का असर : तेज ठंड, बारिश और गर्मी में भी अचूक निशाना
5. मूवमेंट कैसा : वजन हल्का, तेजी से मूवमेंट।