Ayodhya Verdict: विदेशी मीडिया में भी छाया रहा राम मंदिर का फैसला, जानें किसने क्या कहा
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला शनिवार को पूरी दुनिया में सुर्खियां बना। इस फैसले को विश्व के कई मुख्य अखबारों और न्यूज चैनलों ने वरीयता दी
नई दिल्ली, जेएनएन। राम जन्मभूमि से जुड़े भूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला शनिवार को पूरी दुनिया में सुर्खियां बना। इस फैसले को विश्व के कई मुख्य अखबारों और न्यूज चैनलों ने वरीयता दी। कोर्ट के फैसले और विवाद की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने फैसले पर अपना रुख भी स्पष्ट किया।
मंदिर बनने का रास्ता किया साफ
अमेरिका के प्रमुख अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने 'सुप्रीम कोर्ट ने भारत में सबसे विवादित भूमि पर मंदिर बनने का रास्ता किया साफ' हेडिंग से खबर दी। अखबार ने लिखा, 'भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए विवादित भूमि पर मंदिर बनने का रास्ता साफ कर दिया है। मुस्लिम पक्ष को अलग से पांच एकड़ भूमि देने का भी आदेश दिया गया है।' एक अन्य अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि भारतीय कोर्ट ने अयोध्या विवाद में हिंदुओं के पक्ष में फैसला सुनाया।
विवादित जमीन पर हिंदू पक्ष ने जीता केस
ब्रिटेन के प्रमुख अखबार द गार्जियन ने भी इस फैसले को विस्तृत कवरेज दी। 'अयोध्या फैसला : विवादित जमीन पर हिंदू पक्ष ने जीता केस' को सुर्खी बनाने के साथ अखबार ने अदालत द्वारा मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ जमीन दिए जाने की बात को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अखबार गल्फ न्यूज ने 'हिंदुओं को विवादित और मुस्लिमों को वैकल्पिक जमीन' से अपनी खबर की हेडिंग दी। इसके अलावा खबर में सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ द्वारा सुनाए गए फैसले के सभी मुख्य बिंदुओं को भी हाईलाइट किया गया है।
खाड़ी देशों और पाकिस्तान के अखबारों ने दी प्रमुखता
कतर स्थित न्यूज चैनल अल जजीरा ने भी अपनी वेबसाइट में अयोध्या फैसले से जुड़ी कई खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में कब क्या हुआ, इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए अलग से भी एक खबर दी गई है। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने विवादित भूमि हिंदुओं और मुस्लिमों को वैकल्पिक भूमि देने वाली बात को अपनी सुर्खी बनाया। डॉन ने फैसले के उस बिंदु का भी जिक्र किया है, जिसमें पांच सदस्यीय पीठ ने विवादित ढांचा गिराए जाने की बात स्वीकारी थी। पाकिस्तानी अखबार ने अपनी खबर में भारत की कई न्यूज वेबसाइट और मीडिया संस्थानों का भी हवाला दिया है।