CRPF ने बनाई 'VIP सिक्योरिटी विंग', प्रियंका गांधी की सिक्योरिटी को लेकर हो चुका है विवाद
पिछले साल गृहमंत्रालय ने CRPF के कंधों पर गांधी परिवार के सुरक्षा का जिम्मा सौंप दिया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी व अन्य गणमान्यों की सुरक्षा का जिम्मा महीनों उठाने के बाद केंद्रीय सुरक्षा पुलिस बल (CRPF) ने नए वीआइपी सिक्योरिटी विंग का गठन किया है जो केवल सुरक्षा संबंधित मामलों को देखेगी । यह विंग दिल्ली से काम करेगी और इंस्पेक्टर जनरल इसे हैंडल करेंगे। सीआरपीएफ ने अपने प्रस्ताव में ट्रेनिंग सेंटर के साथ अलग वीआइपी सेक्टर मुख्यालय की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल गृह मंत्रालय ने गांधी परिवार से एसपीजी की सुविधा वापस लेते हुए सुरक्षा की जिम्मेवारी सीआरपीएफ को सौंप दिया था। शुरुआत में CRPF व गांधी परिवार के कुछ सदस्यों के बीच टकराव हुए थे। खासकर प्रियंका गांधी की सुरक्षा में पिछले साल चूक का मामला सामने आने के बाद गृह मंत्री को संसद में जवाब देना पड़ा था। दरअसल, उनके आवास में बिना किसी सूचना के एक कार घुस गई थी। इसके बाद फिर से लखनऊ में प्रियंका की सुरक्षा को लेकर बवाल हुआ था।
इन घटनाओं के बाद सीआरपीएफ ने वीवीआइपी सिक्योरिटी के लिए अलग सिक्योरिटी विंग बनाने का प्रस्ताव पेश किया।
सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल कार्यालय द्वारा लिखे गए पत्र के अनुसार, 'गृह मंत्रालय के साथ समीक्षा बैठक में अलग वीआईपी सिक्योरिटी मुख्यालय, सिक्योरिटी रेंज और सिक्योरिटी ट्रेनिंग सेक्टर के लिए प्रस्ताव दिया है।' इसके बाद गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ को मौजूदा मैनपावर के साथ एक अलग वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग बनाने की सलाह दी है। सीआरपीएफ की ओर से कहा गया है, 'गृह मंत्रालय के निर्देश को ध्यान में रखकर अलग वीआइपी सिक्योरिटी विंग बनाने का निर्णय लिया गया है। इसकी मॉनिटरिंग आइजी रैंक के अधिकारी करेंगे। एक डीआईजी और अन्य अधिकारी एडीजी निदेशालय की निगरानी में उनकी मदद करेंगे। वीआइपी सिक्योरिटी विंग सीआरपीएफ निदेशालय एडहॉक बेसिस पर आरके पुरम, नई दिल्ली में बनाया गया है।' पिछले साल गृह मंत्रालय ने प्रियंका गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस लेकर उन्हें जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दे दी थी।