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कोरोना के चलते संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक बुलाए जाने पर शुरू हुई मंत्रणा

कोरोना संकट के कारण संसदीय समितियों की बैठक ऑनलाइन वर्चुअल बैठक नहीं होगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 09 Jun 2020 08:27 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jun 2020 08:27 PM (IST)
कोरोना के चलते संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक बुलाए जाने पर शुरू हुई मंत्रणा
कोरोना के चलते संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक बुलाए जाने पर शुरू हुई मंत्रणा

संजय मिश्र, नई दिल्ली। कोरोना संकट के कारण संसदीय समितियों की बैठक ऑनलाइन वर्चुअल बैठक नहीं होगी, लेकिन संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक बुलाए जाने की संभावनाओं पर गौर किया जा रहा है। सोशल डिस्टैंसिंग के प्रोटोकाल के तहत लोकसभा, राज्यसभा और संसद के सेंट्रल हॉल में सांसदों के बैठने की सीट पूरी नहीं हो पा रही है। लोकसभा की बैठक के लिए विज्ञान भवन का प्लेनरी हॉल भी पर्याप्त नहीं है।

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संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक में सभी सांसदों के लिए बैठने की जगह कम पड़ेगी

उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार इसके मद्देनजर ही संसद के मानसून सत्र की वर्चुअल बैठक बुलाए जाने के पहलूओं पर विचार शुरू हो गया है। राज्यसभा के सभापति वैंकया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला के बीच मंगलवार को कोरोना की चुनौती में सत्र की बैठकों से जुड़े विकल्पों पर चर्चा हुई। इस दौरान लोकसभा व राज्यसभा के महासचिव भी मौजूद थे। विकल्पों का अध्ययन करने के बाद सभापति और स्पीकर को बताया गया कि संसद भवन के तीनों कक्षों में सोशल डिस्टैसिंग प्रोटोकाल के हिसाब से सभी सांसदों के लिए बैठने की जगह कम पड़ेगी।

कोरोना प्रोटोकॉल के तहत राज्यसभा में केवल 60 सदस्य ही बैठ सकते हैं।

राज्यसभा के 240 सदस्यों के कक्ष में कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार केवल 60 सदस्य ही बैठ सकते हैं। इसी तरह लोकसभा के कक्ष और सेंट्रल हॉल के अंदर भी 100 से कुछ ज्यादा सदस्यों को ही बिठाया जा सकता है। विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल को लोकसभा की बैठक बुलाने के विकल्प के रुप में देखा गया मगर यहां भी सभी सदस्यों के लिए जगह कम पड़ रही है। साथ ही एयरकंडीशन से लेकर सदस्यों को तत्काल अनुवाद सुविधा की यहां दिक्कत होगी।

लोकसभा व राज्यसभा की बैठकें अपने कक्ष में हों, सिर्फ आवश्यक सदस्यों को ही बुलाया जाए

बैठक में इस विकल्प पर भी मंत्रणा की गई कि लोकसभा व राज्यसभा की बैठकें अपने कक्ष में हों और केवल उन्हीं सदस्यों को आने की अनुमति दी जाए जिनकी उस दिन सदन की कार्यसूची से जुड़े मामले को देखते हुए उपस्थिति जरूरी है। इस विकल्प पर चर्चा के साथ ही नायडू और बिडला ने मानसून सत्र की वर्चुअल आनलाइन बैठक से जुड़े पहलूओं का अध्ययन करने का निर्देश दिया। संसदीय नियमों व तकनीकी पहलूओं के अलावा ऐसी वर्चुअल बैठक में अधिकतम कितने सांसद एक साथ शामिल हो सकते हैं इसकी व्यवहारिकता का भी अध्ययन किया जाएगा।

विपक्षी दलों की ऑनलाइन बैठक की मांग ठुकरा दी गई

हालांकि संसदीय समितियों की ऑनलाइन बैठक की विपक्षी दलों की मांग यह कहते हुए ठुकरा दी गई है कि संसद के दोनों सदनों से प्रस्ताव पारित होने के बाद ही ऐसा किया जा सकता है। मालूम हो कि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर समेत विपक्ष के कई नेताओं ने संसदीय समितियों की बैठक बुलाने के लिए दोनों पीठासीन अधिकारियों को पत्र भी लिखा था।

कोरोना के चलते दुनिया के कई देशों में संसद की वर्चुअल बैठकें हो रही हैं- विपक्ष

विपक्ष का कहना है कि कोरोना के अभूतपूर्व हालात में भी दुनिया के कई देशों में वहां की संसद की वर्चुअल बैठकें हो रही हैं तो फिर प्रवासी मजदूरों या स्वास्थ्य से जुड़े अहम मसलों की चुनौती को लेकर हमारी संसदीय समितियों की बैठक क्यों नहीं हो सकती।

समितियों की बैठकें नहीं बुलाया जाना संसद के निगरानी के अधिकार पर अतिक्रमण

कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने तो कहा था कि समितियों की बैठकें नहीं बुलाया जाना संसद के निगरानी के अधिकार पर अतिक्रमण है।


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