Move to Jagran APP

अयोध्या मामले पर फैसले से पहले कांग्रेस करने जा रही एक अहम बैठक, बनेगी खास रणनीति

पार्टी के सूत्रों का दावा है कि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले कांग्रेस इसको लेकर बैठक में खास रणनीति बनाने वाली है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 01:49 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 02:15 PM (IST)
अयोध्या मामले पर फैसले से पहले कांग्रेस करने जा रही एक अहम बैठक, बनेगी खास रणनीति
अयोध्या मामले पर फैसले से पहले कांग्रेस करने जा रही एक अहम बैठक, बनेगी खास रणनीति

नई दिल्ली, एएनआइ। अयोध्या पर फैसला आने की घड़ी अब नजदीक आ रही है, इसके लिए कांग्रेस ने भी अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस पूरी तरह से तैयारी कर रही है। अयोध्या पर फैसला 17 नवंबर से पहले कभी भी आ सकता है, इस बीच कांग्रेस की कार्यसमिति(CWC) की बैठक 10 नवंबर को होने जा रही है।

loksabha election banner

इस बीच पार्टी के सूत्रों ने दावा किया है कि कांग्रेस इस बैठक में अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अपनी रणनीति तैयार करने वाली है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी दी है। साथ ही इस बैठक में 18 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के आगामी शीतकालीन सत्र से पहले महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों और आर्थिक मंदी पर भी चर्चा होने की संभावना है।

सोनिया गांधी करेंगी अध्यक्षता

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस की कार्यसमिति(CWC) की बैठक की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहेंगे। कांग्रेस की कार्यसमिति(CWC)ने 10 अगस्त को सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम प्रमुख नियुक्त किया है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम जन्मभूमि पर मालिकाना हक के मुकदमें में सुनवाई पूरी करके गत 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। जस्टिस गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 40 दिन तक मैराथन सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था।

रिटायर होने से पहले फैसला देंगे जस्टिस गोगोई ?

सुप्रीम कोर्ट को उम्मीद है कि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की रिटायरमेंट से पहले 17 नवंबर तक अयोध्या विवाद मामले में वह अपना फैसला सुना देगी।वैसे तो भारत के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई के सेवानिवृत्त होने में अभी 10 दिन बाकी हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सूची के मुताबिक गुरुवार को इनमें से किसी भी मामले में फैसला नहीं आ रहा है ऐसे में इन मुकदमों के फैसले के लिए मात्र चार दिन बचे हैं। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश या मुख्य न्यायाधीश कार्यदिवस पर ही मुकदमों की सुनवाई करें या फैसला सुनाएं, लेकिन सामान्यतौर पर कोर्ट कार्यदिवस पर ही फैसले सुनाता है।

इसे भी पढ़ें: अयोध्या से राफेल तक, अगले 8 दिनों में CJI सुनाएंगे इन 5 बड़े मामलों में फैसले

इसे भी पढ़ें: अयोध्‍या मामले में चली लगातार सुनवाई में जानें सभी पक्षकारों ने क्‍या दी थी अपने पक्ष में दलील


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.