Rajya Sabha elections: विधायकों की खरीद-फरोख्त धमकी के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस
गुजरात में भाजपा पर संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाने का लगाया आरोप। चुनाव आयोग ने तत्काल कार्रवाई नहीं की तो सुप्रीम कोर्ट जाएगी पार्टी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुजरात के राज्यसभा चुनाव में भाजपा पर विधायकों को पैसे के बल पर खरीदने और गंभीर भ्रष्ट आचरण का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। पार्टी ने आयोग से इसमें तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि भाजपा खरीद फरोख्त ही नहीं कांग्रेस विधायकों को झूठे मुकदमे में फंसाकर राज्यसभा सीट जीतने के लिए उनका इस्तीफा कराना चाहती है। विधायक तोड़ने के इस खेल के खिलाफ चुनाव आयोग के तत्काल कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में कांग्रेस ने शीर्ष अदालत में इस मामले को ले जाने की भी चेतावनी दी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, अभिषेक सिंघवी, रणदीप सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल, राजीव सातव और अमित चावड़ा की ओर से सत्ता का दुरूपयोग कर विधायकों की तोड़फोड़ करने की शिकायत शुक्रवार को चुनाव आयोग में दी गई। इसमें मार्च महीने से ही एक-एक कर कांग्रेस के आठ विधायकों को पैसे के प्रलोभन या फिर सत्ता के चाबुक के भय से इस्तीफा दिए जाने की बात का जिक्र किया गया है। ताजा वाकये के तहत कांग्रेस के एक और विधायक पूंजाभाई वंश को झूठे मुकदमे में फंसा कर इस्तीफा दिलाने के किए जा रहे प्रयासों का उदाहरण देते हुए आयोग से इसे तत्काल रोकने की मांग की गई है।
चुनाव आयोग से न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस जाएगी सुप्रीम कोर्ट
पार्टी प्रवक्ता वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी ने इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि चुनाव आयोग से तत्काल न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस पार्टी संविधान की आत्मा और कानून के साथ भाजपा की इस नापाक हरकत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने गुजरात में चुनाव की पूरी प्रक्रिया को भ्रष्टाचार से लिप्त कर दिया है। पार्टी हर हाल में चाहे पैसे के दम पर हो या सरकार की एजेंसियों का दुरूपयोग कर राज्यसभा की एक अतिरिक्त सीट जीतना चाहती है। जबकि विधानसभा के मौजूदा गणित के हिसाब से कांग्रेस और भाजपा को दो-दो सीट मिलनी चाहिए।
लोकतंत्र की मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप
गुजरात के राज्यसभा चुनाव में लोकतंत्र की मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए सिंघवी ने कहा कि सत्ता लोलुपता में भाजपा इतनी मस्त है कि उसे संविधान की आत्मा की कोई परवाह ही नहीं। उन्होंने चुनाव आयोग का ध्यान इस ओर भी दिलाया कि सत्ता का जिस तरह इस्तेमाल किया जा रहा है उसमें कोई लेवल प्लेइंग फिल्ड नहीं है जो निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की बुनियादी शर्त है। साथ ही गुजरात मंे दल बदल कानून की 10वीं अनुसूची की धज्जियां उड़ाई जा रही है। विधायक पूंजा भाई को बेवजह बरसों पुराने उस मामले में जिसमें उनका कहीं कोई नाम नहीं, बार-बार पुलिस थाने में बुलाकर इस्तीफा देने का दबाव डाला जा रहा है। सिंघवी ने कहा देश में गरिमापूर्ण शासक नहीं है और कानून पालक ही इसके भक्षक बन गए हैं।