सेना से डेढ़ लाख पदों की कटौती पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
सिंघवी ने कहा कि यह वही सरकार है, जो मानसरोवर यात्रा पर हम पर चीनी लोगों से मिलने का आरोप लगा देती है, लेकिन उसे चीन की यह घुसपैठ नहीं दिखती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने सेना से डेढ़ लाख पदों की कटौती की खबरों को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधा और चुप्पी को लेकर सवाल खड़े किए है। पूछा कि सरकार बताए, कि क्या सेना में कटौती हो रही है? इस मामले में क्या तीनों सेनाओं के प्रमुखों से कोई सहमति ली गई है?
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि सेना से डेढ़ लाख पदों की कटौती की बात तो वह पिछले कई दिनों से सुन रहे थे, लेकिन सरकार की इस मामले पर खामोशी से अब सारा कुछ स्पष्ट हो गया है।
सिंघवी से जब यह पूछा गया है कि ऐसा प्रस्ताव को यूपीए के समय में भी तैयार किया गया था, इस पर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव ही बना था, उस पर हमने कोई फैसला तो नहीं लिया था। कांग्रेस नेता ने इस दौरान सरकार पर रक्षा बजट में कटौती का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा समय में 1962 के बाद से जीडीपी के मुकाबले सबसे कम रक्षा बजट है। उन्होंने सेना के रखरखाव पर होने वाले खर्च की भरपाई को पदों की कटौती से पूरा करने के बजाय पेट्रोल-डीजल से की गई वसूली से करने का सुझाव दिया।
चीनी घुसपैठ पर मांगी सफाई
कांग्रेस ने चीनी घुसपैठ की खबरों को लेकर सरकार से सफाई मांगी और उन्हें इस मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। हालांकि सिंघवी ने कहा कि यह वही सरकार है, जो मानसरोवर यात्रा पर हम पर चीनी लोगों से मिलने का आरोप लगा देती है, लेकिन उसे चीन की यह घुसपैठ नहीं दिखती है।